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31.12.07

बहुत हुआ सम्मान

नये साल की बधाइयां देते हुए हम उन दुश्मनों को गालियां देना न भूलें जो अक्सर हमारे पाले पड़ते हैं। उनके लिए खुलकर कहो .... बहुत हुआ सम्मान....फाड़ेंगे अब....।

ट्रेन में हूं। नया साल हम लोगों का साल होगा। पत्रकार के साथ एक उद्यमी, इंटरप्रेन्योर, धंधेबाज, बिजनेसमैन भी बनना है, ये ध्यान में रखना है हम सभी को। ये कैसे होगा, किस तरह होगा, देखा जाएगा। लेकिन काम करते हुए हमेशा पैसे के बारे में सोचो, पद के बारे में सोचो, तरक्की के बारे में सोचे....यही मेरी अपेक्षा है।

जय भड़ास..

यशवंत,

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