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28.6.08

राज ठाकरे ने औरंगाबाद में भी पर्प्रन्तियता का सवाल उठाया

राज ठाकरे जैसे राजनीती करने वाले नेतगनो को जेल मैं रखना चाहिए। ऐसे लोग देश को बांटने का कम कर रहे हैं। भारत गणतंत्र है, किसी को भी कहीं भी जाकर कम करने का अधिकार है, पढने का अधिकार है, अब हम ऐसे में प्रन्तियातियता की बात क्यों कर रहे हैं। ऐसे कलुषित विचार क्यों सुनने को मिल रहें हैं। अरे भाई लोगो की सेवा करो, लोगों को बांटो नही। राज साहेब की कारगुजारियों से लोगो के बीच मतभेद दूरियां बाद रही है। क्या भारत में यही राजनीती है। लेकिन मुझे यह कहते हुए शर्म आती है है की दुनिया में इस तरह की कारगुजारियों से क्या तस्वीर बन रही है। मुझे लगता है की महाराष्ट्र के लोगों को इस मामले में आगे आना चाहिए। अरे भाई हम देश की बात कह रहें हैं। देश को तोड़ने की बात नहीं कह रहें हैं.

2 comments:

डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava) said...

यार,आपको क्यों लगता है कि जेल में रख देने से कुत्ता भौंकना बंद कर देगा? देश तोड़ने की साजिश करने के आरोप में इस सुअर की औलाद पर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा चला कर फ़ांसी दे देनी चाहिये ताकि इस तरह के अन्य हरामी सबक ले सकें और ऐसी हरकत करने की हिमाकत न करें.....
जय जय भड़ास

मुनव्वर सुल्ताना Munawwar Sultana منور سلطانہ said...

भाई,महाराष्ट्र क्यों सारे राष्ट्र को आगे आना चाहिये लेकिन हमारी आम जनता तो ऐसे ही कमीनों को अपना नेता मानती है क्योंकि जनता अब तक लोकतंत्र को समझ ही नहीं पाई है इस लिये जाति धर्म भाषा क्षेत्र की राजनीति को ही लोकतांत्रिक व्यवस्था समझती है...... अभी समय लगेगा लेकिन हम सबको आगे आना होगा, इसके लिये अगर म.न.से. की वेबसाइट हो तो उस पर जाकर अपने विचार रखना चाहिये,प्रधानमंत्री से लेकर राष्ट्रपति तक इस बात को पहुंचाना चाहिये ताकि उन्हे पता चले कि जनता में से कुछ लोग ऐसे भी हैं जो कि इनके हरामीपन को समझते हैं....
भड़ास जिन्दाबाद