Bhadas ब्लाग में पुराना कहा-सुना-लिखा कुछ खोजें.......................

27.6.08

सदस्य संख्या पहुंची 355, जय हिंदी, जय ब्लागिंग, जय भड़ास

भड़ास की सदस्य संख्या 355 होने पर बधाई। इस महीने हर रोज दो से लेकर चार अनुरोध भड़ास की सदस्यता के लिए आते रहे और इनमें से जिन लोगों ने अपने मोबाइल नंबर, पता और काम-धाम के बारे में जानकारी दी, उन्हें सदस्य बनने के लिए निमंत्रण भेजा गया। नए लोग न सिर्फ भड़ास से तेजी से जुड़ रहे हैं बल्कि आनलाइन कैसे हिंदी लिखना सीख कर टूटी फूटी जुबान में अपनी बात कहने की कोशिश भी कह रहे हैं। हिंदी ब्लागिंग के लिए यह बेहद शुभ है। एक तरफ जहां ढेर सारे ब्लागर अपने ब्लाग को एकला चलो रे के नारे के तहत चला रहे हैं और कई कम्युनिटी ब्लाग अपने कथित वैचारिक दीवारों के चलते नए लोगों को बाहर से ही दर्शक के रूप में बनाए रखने में ज्यादा दिलचस्पी ले रहे हैं, ऐसे में भड़ास जैसा दुनिया का सबसे बड़ा ब्लाग खुले दिल दिमाग से नए लोगों को हिंदी ब्लागिंग का क ख ग सिखा रहा है और उन्हें गलत सही कुछ भी लिखने के लिए, सीखने के लिए, पोस्ट करने के लिए प्रेरित कर रहा है। उम्मीद है भड़ास के जरिए ब्लागिंग सीखने वाले हिंदी भाषी आगे चलकर आनलाइन दुनिया में हिंदी को सम्मान दिलाने के साथ साथ खुद भी आनलाइन माध्यम में अपनी सक्रियता से विशेषज्ञता हासिल कर सकेंगे।

भड़ास संचालन समिति की तरफ से सभी नए भड़ासियों का दिल खोलकर स्वागत करता हूं और उनसे अनुरोध करता हूं कि अगर ब्लागिंग करने में किसी भी तरह की तकनीकी दिक्कत आ रही हो तो कृपया वे पोस्ट डालकर या किसी पोस्ट पर कमेंट करके पूछ सकते हैं।

कृपया कोई समाधान बताए?

मुझे खुद एक दिक्कत आ रही है जिसका समाधान दूसरे वरिष्ठ ब्लागर बताने की कृपा करें। भड़ास पर पोस्ट करते समय अक्सर पोस्ट तुरंत पब्लिश नहीं होता और इरर आ जाता है। बाद में दुबारा कोशिश करने पर वह पोस्ट दो या तीन बार भड़ास पर पब्लिश हो जाती है। ऐसा क्यों होता है, समझ में नहीं आता। इसी तरह कई बार पोस्ट करते समय सर्वर इरर शो करता है। क्या यह दिक्कतें भड़ास पर ज्यादा पोस्टें होने के चलते तो नहीं आ रही? कृपया इस बारे में कोई गाइड करे।

आभार के साथ
जय भड़ास
यशवंत

3 comments:

डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava) said...

दादा,शुभकामनाएं स्वीकारिए अभी तो ये संख्या सैकड़ा में ही चल रही है जल्द ही हजार और लाख के आंकड़े पर होगी और हिंदी वैश्विक मंच की सर्वस्वीकार्य भाषा। सच में तो सुखद अनुभव तब होगा जब भड़ास वेब पेज से निकल कर लोगों के दिलों में आ जाएगा और लोग इस सरलतम दर्शन को आत्मसात कर पाएंगे। एरर वाली बात का समाधान मैं उम्मीद करता हूं कि जल्द ही रवि(रतलामी)भइया या उनके जैसे दिग्गज सुझा देंगे और आगे मार्गदर्शन ही करेंगे...

डा. अमर कुमार said...

इतनी बड़ी संख्या में सामंजस्य बैठाना बड़ा कल्पनातीत लगता है !

Pramendra Pratap Singh said...

आपको तथा आपके बृहद भड़ास परिवार को हार्दिक

यह कोई तकनीकि समस्‍या न हो कर आम समस्‍या है जब सर्वर जाम चल रहा होता है तो आपको लगता है कि एरर दे रहा है जबकि आपकी पोस्‍ट एरर के साथ प्रकाशित हो चुकी होती है। और आपको पता नही होता है और आप पोस्‍ट पर पोस्‍ट देते रहते है और कई पोस्‍ट प्रकाशित हो चुकी होती है।

अत: एरर दिखाने पर एक बार आपना ब्‍लाग जरूर देख लिया करें।