महिलाओं को दैहिक स्तर पर देखने की मानसिकता और महिल...: "महिलाओं के साथ बलात्कार की घटनाएं अतनी आम हो गयी हैं की आज किसी भी दिन के अखबार को उठा लें २-४ खबरें तो मिल ही जाएंगे. इसके बहुत से कारण है..."
27.7.11
Bezaban: महिलाओं को दैहिक स्तर पर देखने की मानसिकता और महिल...
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1 comment:
अव्वल तो महिला के साथ बलात्कार हो ही नहीं सकता, यदि होता भी है तो तभी जब सामूहिक रूप से हो, अकेला पुरुष तो बलात्कार कर ही नहीं सकता, हम महिला की बात करते हैं, एक कुतिया भी बलात्कार होने नहीं देती, बिना सहमति के संसर्ग हो ही नहीं सकता, बलात्कार के अधिसंख्य मामलों में सहमति ही पाई जाती है, पहले महिला संसर्ग को राजी होती है और जब पकडी जाती है तो आरोप जड देती है, यह एक कडवी सच्चाई है, मैं इतनी सारी बात इसलिए कर पा रहा हूं कि मैं अजमेर से हूं और अजमेर बहुचर्चित ब्लैकमेल कांड का गवाह रहा है
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