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23.7.11

रक्त का सत्त्व

* [कविता ] रक्त का सत्त्व
वीर्य तो दिया, अब
क्या खून भी दे दूं ? #
* दलितों या पिछड़ों का भी इतना मन नहीं बढ़ाया जाना चाहिए की वे भी बढ़ते -बढ़ते ब्राह्मण हो जाएँ #
* संवैधानिक आदेश के अनुसार हम चमारों को चमार नहीं कह सकते लेकिन किसी सवर्ण व्यक्ति को तो उसके च्मर्पण के कार्य व व्यवहार के नाते चमार तो कह सकते हैं ? अब यह शब्द शब्द कोष से तो हट नहीं जायगा , चाहें इस नाम की कोई जाति हो या ना हो ##

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