दैनिक जागरण में शनिवार 27 नवंबर को एक ख़बर सभी संस्करण में छपी है। जिसमें अटल बिहारी वाजपेयी को राष्ट्रपति लिख दिया। यह खबर किसी रिपोर्ट्स ने नहीं बल्कि खुद आउटपुट हेड दिवाकर मिश्र ने लिखी है जो डेस्क पर बिंदी मात्रा की गलती पर माफीनामा लिखाते रहते है और सार्वजनिक डेस्क के साथियों को गालियां देकर अपमानित भी करते हैं।
दिवाकर मिश्रा संपादक जितेंद्र शुक्ल के चहेते हैं और स्टेट हेड आशुतोष शुक्ल के रिस्तेदार तो दिवाकर इस बड़ी गलती को छुपाया भी जाएगा। जितेंद शुक्ल,आशुतोष शुक्ल और दिवाकर एक ही जिले फतेहपुर के रहने वाले हैं। इसलिए इनकी सब गलती माफ और जूनियर करे तो गालियां मिलती है।
इससे भी छोटी गलती मनीष श्रीवास्तव की थी जिसे यशांश त्रिपाठी और दिवाकर मिश्र ने पीटा था उसके हाथ मे फ्रेक्चर हुआ और संस्थान ने मनीष को ही नौकरी से बाहर कर दिया। धृतराष्ट्र की तरह बैठे मालिकान का हस्तिनापुर दरक रहा है और वह आंखों में पट्टी के साथ कान भी बंद किये बैठे हैं। जिससे दरकने की आवाज भी वह सुन नहीं पा रहे। अब बस जमीन खिसकते ही उन्हें एहसास होगा।
इसमें एक और खास बात यह है कि इस खबर को सम्पादक जितेंद्र शुक्ल ने ट्वीट किया और उसके बाद मामला बढ़ता देख ट्वीट को जितेंद्र शुक्ल ने हटा लिया। ट्वीट के स्क्रीनशॉट इसी मेल में अटैच है।
एक मेल पर आधारित.
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