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18.8.09

फिर खाक हुई मोहबब्त


*"फिर खाक हुई मोहबब्त"*

हरियाणा के झजर जिले मे एक प्रेमी युगल को फाँसी पर लटकाकर मौत के घाट उतार दीया गया. दोनों को एक ही पेड़ पर लटकाया गया. मौत के बाद ही उनको एक दूजे का साथ मिल सका. दोनों कई दिनो से घर से फरार थे. वो नहीं मानते थे की उनकी किस्मत का फेसला समाज और धर्म के ठेकेदार करे. वैसे हरियाणा की सरज़मी मोहबब्त के परिन्दो के खून से रंगी है. वाकई यहाँ मौत की दहलीज़ पर खत्म होता है मोहबत का सफ़र. अपराधी नहीं जानते की फाँसी के हजार फंदों से भी मोहब्त की कभी सांसे नहीं टूटती.
नितिन सबरंगी

1 comment:

shyam parmar said...

is bhadas ki duniya me pahla kadam mubaarak ho, magar afsos bhi hai ki aisi khabar par mubaarakbaad deni pad rahi hai...