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13.10.10

केंद्रीय योजनाओं को बखूबी साकार कर रहे है सीएम

राजेन्द्र जोशी
देहरादून । मुख्यमंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर खासे गंभीर है। हाल में ही राज्य के प्रत्येक जनपद मुख्यालय में स्थित चिकित्सालयों में आई.सी.यू. की व्यवस्था करने का निर्णय लेकर मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक कदम और बढ़ा दिया है। हालांकि यह केंद्र सरकार की योजना है लेकिन निशंक केंद्र के साथ अपने मधुर संबंधो के चलते केंद्र की इस योजना को राज्य में पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू करने में कामयाब रहे है। स्वास्थ्य के अलावा निशंक अन्य केंद्रीय योजनाओं को राज्य में बखूबी साकार कर रहे है।
केंद्र सरकार के साथ मुख्यमंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक के मधुर संबंधों का लाभ राज्य के लोगों को बखूबी मिल रहा है। प्रधानमंत्री तथा केंद्रीय मंत्रियों के साथ उनकी मैराथन बैठकों तथा मुलाकातों का ही नतीजा है कि कई योजनाओं को बतौर पायलेट प्रोजेक्ट वह उŸाराखण्ड से शुरू करवाने में कामयाब रहे हैं। हाल में ही राज्य के सभी जिला चिकित्सालयों में सघन चिकित्सा कक्ष (आई.सी.यू.) के पायलेट प्रोजेक्ट में उŸाराखण्ड को शामिल करवाकर उन्होंने एक और कदम आगे बढ़ा दिया है। इससे पूर्व भी मुख्यमंत्री केंद्र की कई योजनाओं को राज्य स्तर में शुरू करवा चुके है। स्वास्थ्य मंत्री रहते हुए निशंक ने आपातकालीन सेवा 108 को राज्य से शुरू करवाया तो राज्य की भौगोलिक परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए पी.पी.पी. मोड पर सचल चिकित्सा वाहनों का संचालन सुनिश्चित करवाया। इस सुविधा के शुरू होने के बाद आज राज्य के सुदूर गांवों में ही डॉक्टर मरीजों तक पहुंच तो रहे है वहीं उन्हे पैथालांजिकल, एक्स-र,े अल्टासांउंड व दवाईयों तक की सुविधा इन दूरस्थ क्षेत्रों में मिल रही है। इन सचल चिकित्सा वाहनों में विशेषज्ञ डॉक्टरों के साथ ही सभी सुविधाएं मौजूद है। केंद्र की जननी सुरक्षा योजना को मूर्त रूप देने में भी उŸाराखण्ड सर्वोŸाम राज्यों में शुमार है। पी.पी.पी. मोड पर स्वास्थ्य के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण कार्य कराने के साथ ही उद्योगपतियों तथा स्वयं सेवी संगठनों के साथ बातचीत कर मुख्यमंत्री ने एंबुलेंस की व्यवस्थाएं की है। राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एन.आर.एच.एम.) के तहत राज्य सरकार का स्वास्थ्य महकमा गांव-गांव तक पहुंच रहा है। मुख्यमंत्री ने इस योजना से खुद को जोडते हुए हर एक किलोमीटर की दूरी पर स्वास्थ्य कार्यकर्ता तैनात करने का निर्णय लिया है। पहले चरण में 3000 ग्रामीण युवाओं को रोजगार देने के साथ ही ग्राम स्तर पर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराना उनकी प्राथमिकताओं में है। स्वास्थ्य के अलावा ग्राम्य, पंचायती राज, समाज कल्याण, प्रधानमंत्री ग्राम सडक योजना में भी मुख्यमंत्री अपने मधुर संबंधो के चलते बखूबी लाभ ले रहे है। निशंक केंद्र सरकार के साथ सर्वाधिक बैठकें तथा मुलाकातें करने वाले पहले मुख्यमंत्री है। उनकी इस कवायद तथा मधुर व्यवहार का लाभ राज्य को तो मिल ही रहा है साथ ही उन्हें केंद्र सरकार की नजर में प्रमुख मुख्यमंत्री के तौर पर भी देखा जा रहा है।

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