''म'' से मैडम की चले ,''म'' मुख कही न जाई ,
''म'' से मीडिया भी बने ,मंद-मंद मुस्काई ,
''म'' से हैं मजबूरियां ,''म'' मत पूछो भाई .
[नेता जी की और से ''म'' महाशिवरात्रि की बधाई ]
शिखा कौशिक
http://netajikyakahtehain.blogspot.com/
अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
5 comments:
bahut khoob
Bilkul Sahi likha aapne mein aapki baat se shamat hoon janta paresaan neta pahlwaan!!
बहुत अच्छा प्रयोग किया है आपने,मनोज दे रहा आपको बधाई ।
rastogi.jagranjunction.com
आप कमाल का लिखती हैं
सुंदर प्रयोग है शिखा जी,
आपको मनोज की बधाई ।
rastogi.jagranjunction.com
Post a Comment