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16.5.12

पार्षदों का चुनाव आया है



लोकतंत्र ये पर्व लाया  है 
पार्षदों का चुनाव आया है 
वोट देने का अधिकार मिलेगा 
मुझको ये पहली बार मिलेगा 
सब एक से हीं दीखते मुझको 
 चुनु  किसे औ तज़  दूँ किसको 
हाथ जोड़े हीं सब घूम रहे हैं 
वोटरों के दर चूम रहे हैं 
जानता चुल्लू भर पिने को तरसे 
प्रत्याशी दूध से धुल कर आये हैं 
शराफत के सब बने नमूने 
मानो सीधे देवलोक से आये हैं 
तरह तरह के इनके फंडे
भाँती भाँती के हथकंडे 
कोई देशभक्ति दिखा रहा है 
कोई नारी शक्ति को जगा रहा है 
कलम दवात पर बटन दबाना 
ना ना ताले पर हीं मोहर लगाना 
सिलिंडर छाप खड़ा हुआ है 
चापाकल भी अड़ा हुआ है
देखो  ग्लास कैसा चमचमा रहा है 
इवीएम् में कुकर सिटी बजा रहा है 
यूँही सब छाप अपना रटवा रहे हैं 
दिन रात भोंपू बजा रहे हैं 
सबके वादों कि फेहरिस्त एक है 
विचार भी एक से बढ़ के एक है 
जितने पार्षद प्रत्याशी हैं 
सेवक होने के अभिलाषी हैं 
सबका एक हीं नारा है 
यह वार्ड 31 हमारा है 
आपका पार्षद कैसा हो 
हमारे प्रत्याशी जैसा हो 
जनता को हक़ दिलवाएंगे
हम सारे वादे निभायेंगे
वोट देने का अधिकार मिलेगा 
मुझको पहली बार मिलेगा 
सब एक से हीं दीखते मुझको 
चुनु किसे औ तज़ दूँ किसको   

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