Bhadas ब्लाग में पुराना कहा-सुना-लिखा कुछ खोजें.......................

8.9.16

संपादक ने पैसे लेकर रोकी खबर! शिकायत पर आई जांच टीम

पत्रिका होशंगाबाद के संपादक हरमिंदर लूथरा की खनन माफिया के साथ साठगांठ खबर रोकने की शिकायत प्रबंधन और डायरेक्टर से हुई है। इसमें उनकी ही कंपनी के एक पूर्व रिपोर्टर ने दर्जनों दस्तावेजों के साथ शिकायत की है। माफिया से साठगांठ के खुलासे के बाद पत्रिका प्रबंधन सकते में आ गया है। उसने लूथरा के खिलाफ जांच दल का गठन किया है।











इसका मुखिया जोनल एडिटर हरिओम पंजवानी को बनाया गया है। दल ने अपने-अपने स्तर पर जांच भी शुरू कर दी है। होशंगाबाद के यूनिट हेड से इस मामले में रिपोर्ट तलब की गई है। पंजवानी ने भी होशंगाबाद का दौरा कर संपादक से पूरे मामले में स्पष्टीकरण मांगा है। कुछ कर्मचारियों के भी बयान हुए हैं।  पंजवानी २७ अगस्त को इंदौर से होशंगाबाद आए थे। उन्होंने शिकायत के बारे में यूनिट हेड अमित व्यास, सर्कुलेशन हेड, मार्केटिंग हेड और सिटी चीफ से पहले अलग-अलग और फिर एक साथ बयान लिए। इसमें ज्यादातर शिकायतें सही पाई गई हैं।

दिखावे के लिए उन्होंने कर्मचारियों से मीटिंग भी ली। मीटंग के बाद रात एक बजे तक सभी कर्मचारियों से एक-एक करके बंद कमरे में बयान लिए गए। कर्मचारियों ने भी संपादक और उनके एक करीबी रिपोर्टर के खिलाफ खुलकर बयान दिए है। जांच में कर्मचारियों के बयान को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। स्थानीय प्रबंधन ने भी संपादक के खिलाफ कुछ दस्तावेज पंजवानी को सौंपे हैं। अब संपादक और उसके एक करीबी रिपोर्टर पर कार्रवाई तय मानी जा रही है।

संपादक को लगाई फटकार
जांच के दौरान संपादक लूथरा को जमकर फटकार लगाई गई, पूछा गया कि खनन माफिया के खिलाफ खबरें किस आधार पर रोकी गई। इसमें कितने रुपए का लेन-देन किया गया। संपादक जांच दल को संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। एक पूर्व रिपोर्टर के खिलाफ निराधार कार्रवाई करने के मामले में भी संपादक से स्पष्टीकरण लिया गया है। उस मामले में भी संपादक सही से जवाब नहीं दे पाए।

जे. वर्मा की रिपोर्ट. 

No comments: