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14.9.23

ज़ाकिर हुसैन कॉलेज में भारत-अफ़्रीका संबंधों को लेकर दो दिनों परिचर्चा की शुरुआत

दिल्ली, 14 सितम्बर, 2023

भारत की अध्यक्षता में संपन्न हुए जी 20 के आयोजन की उपलब्धियों और संदेशों को आम जन तक पहुँचाने के लिए दिल्ली विश्वविद्याल की कल्चरल काउंसिल ने अलग अलग कॉलेज़ों के साथ मिलकर कार्यक्रम करवाने का फ़ैसला किया। इसके तहत आज ज़ाकिर हुसैन दिल्ली कॉलेज(इवनिंग) में भारत-अफ़्रीका के संबंधों को लेकर दो दिनों की परिचर्चा की शुरुआत हुई। आयोजन की शुरुआत भारत की विदेश राज्यमंत्री श्रीमती मीनाक्षी लेखी ने इस बात को रेखांकित किया कि जी 20 के इस आयोजन के दौरान अफ्रीकी देशों को आमंत्रित देश का दर्जा देना बहुत बड़ी शुरुआत है।


दिल्ली विश्वविद्यालय के कल्चरल काउंसिल के डीन प्रोफ़ेसर रवींद्र कुमार ने दिल्ली विश्वविद्यालय ने इस तरह के संवाद कार्यक्रम करवाने के उद्देश्य के बारे में बताते हुए कहा कि जी 20 कि एक महत्वपूर्ण हिस्सा वाई 20 भी था। जिसके तरह युवाओं ने 400 से अधिक चौपाल आयोजित किए। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की कोशिश है कि जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जो कुछ हो रहा है वह विद्यार्थियों के बीच पहुँचे। क्योंकि वे इसको लेकर जन जन में लेकर जाएँगे और भारत का भविष्य यही बनाएँगे।

दिल्ली विश्वविद्यालय अफ़्रीकन अध्ययन विभाग के अध्यक्ष प्रोफ़ेसर गजेंद्र सिंह ने भारत-अफ़्रीका के संबंधों के इतिहास को लेकर विस्तार से बताया। भारत-अफ़्रीका के संबंध बहुत पुराने रहे हैं। समय-समय पर उनके रूप बदलते रहे है। अब यह नया रूप है जो दुनिया के भविष्य को प्रभावित करने वाला है।

उद्घाटन समारोह में दिल्ली विश्वविद्यालय कल्चरल काउंसिल की संचालन समिति के अध्यक्ष अनूप लाथर और डीन ऑफ़ कॉलेजेज प्रोफ़ेसर बलराम पाणि ने भी संबोधित किया। बलराम पाणि ने वसुधैव क़ुटुम्बकम के संदेश की ओर ध्यान दिलाते हुए कहा कि विद्यार्थी अब इस संदेश को भविष्य की दुनिया में लेकर जाएँगे।

कॉलेज के प्राचार्य प्रोफ़ेसर मसरूर अहमद बेग ने अतिथियों का स्वागत किया। संचालन प्रोफ़ेसर मधुमिता चक्रवर्ती ने किया और धन्यवाद ज्ञापन नोडल ऑफ़िसर डॉक्टर शुभ्रा पंत कोठारी ने किया।

यह आयोजन दो दिन चलेगा और इस दौरान चार अलग-अलग सत्रों में भारत-अफ़्रीका के संबंधों के इतिहास, संस्कृति, राजनीति, व्यापार और साहित्य को लेकर रोचक  चर्चा होने वाली है।

यह बात गौर करने की है कि दिल्ली विश्वविद्यालय पहला विश्वविद्यालय है जिसने जी 20 की उपलब्धियों और संदेशों को विद्यार्थियों के माध्यम से देश भर में प्रसारित करने का बीड़ा उठाया है।     


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