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1.4.08

राम परसाद बिस्मिल फाउंडशन

भरत चिरत का विमोचन
विगत दिनो पं. राम परसाद बिस्मिल फाउंडशन के तत्वावधान में भगवान सिंह हंस के महाकाव्य भरत चरित का विमोचन राजशेखर व्यास ने तिरवेणी सभागार में किया। समारोह की सदारत पं. सुरेश नीरव ने की। इस अवसर पर कवि सम्मेलन का भी आयोजन किया गया जिस में कवि भगवान सिंह के अलावा सुनहरी लाल तुरंत,अरविंद चतुवेदी,अरविंद पथिक,रवि करन,राज कुमार सचान होरी,पं. सुरेश नीरव आदि कवियों ने कविता पाठ किया।राज कुमार सचान होरी,को इस साल के ठहाका सम्मान से सम्मानित भी किया गया।


(BHADAS ko mili ek vigypti)

3 comments:

यशवंत सिंह yashwant singh said...

पंडी जी, ये विज्ञप्ति तो ठीक है पर आपने हम भड़ासियों को उसमें आने के लिए न्योता नहीं दिया। खासकर सुरेश नीरव जी को मैंने नहीं सुना है, और न अब तक देखा है, सो उनसे मिलने की तमन्ना भी है। अगर आगे से कहीं कविता पाठ वगैरह या इस तरह के प्रोग्राम हों तो भड़ासियों को सूचित करियेगा ताकि मेरे जैसा साहित्य रसिक वहां पहुंच सके।
जय भड़ास, यशवंत

डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava) said...

पंडित जी महाराज,दादा की बात से सहमत हूं इसलिये जोर जोर से कहूंगा कि हम भी....हम भी ......हम भी....हम भी.......हम भी....हम भी......हम भी....हम भी......हम भी....हम भी.....हम भी....हम भी

Unknown said...

dada-dvy,
mujhe bhi vigyapti mili. aamntran kahan mila...ve saubhagyshali log honge, jinhe aamntran mila hoga..hm kahan hain....