यूपी के ओपनर बल्लेबाज परवीन कुमार का फाइनल में परफार्मेंस देखकर सभी लोग दंग थे। उनका यही कहना था कि क्या हो गया है इस बल्लेबाज को। गेंद ठीक से बल्ले पर नहीं आ रही थी। मानो ऐसा लग रहा था कि कोई नौसिखिया खेल रहा है। यूपी की तरफ से खेलते हुए परवीन का बल्लेबाजी में रिकार्ड औसत शानदार रहा है। इरफान पठान के आउट होने के बाद परवीन पर सभी की निगाहें थी। एक-एक करके सभी बल्लेबाज आउट हो गए। कप्तान धोनी एक तरफ से खूंटा गाड़े हुए थे। दूसरी तरफ से विकेट की झड़ी लग गई। ऐसे में अगर कोई बल्लेबाज कीज पर टीक गया होता तो टीम इंडिया की फाइनल में जीत पक्की थी।
बता दें कि किट्प्लाई त्रिकोणीय सीरीज के फाइनल मैच में पाक ने टीम इंडिया को 25 रनों से हरा दिया। पाक के 315 रनों के जवाब में उतरी टीम इंडिया 290 रनों पर ढेर हो गई। भारत की तरफ से धोनी (64), युवराज (56) और गंभीर ने 40 रन बनाए। उधर पाक के ओपनर बल्लेबाज सलमान बट्ट ने शानदार 129 (रिटायर्ड हर्ट) और यूनिस खान ने 108 रन बनाकर शुरू से ही भारत पर दबाव बना दिया, जिससे वे अंत तक उबर नहीं पाए। हालांकि भारत की तरफ से सबसे सफल गेंदबाज परवीन ही रहा, जिसने 10 ओवरों में केवल 37 रन दिए।
3 comments:
धोनी का अगर किसी खिलाड़ी ने साथ दिया होता तो कप टीम इंडिया की झोली में होती। रही बात परवीन कुमार की तो उसने वाकई निराश किया।
भाई,
ये 20-20 नहीं है ओर सच पूछो तो प्लेटफ़ार्म पर ही आके सबके बारे में पता चलता है, सबको भले ही मुगालता रहे की वो फ़न्ने खां है, जैसा कि पत्रकारिता में भी।
बहरहाल अच्छे खेल को बधाई।
जय जय भडास
सब कुछ कहने के बाद आपका ये कहना ही सब कुछ कह जाता है
(हालांकि भारत की तरफ से सबसे सफल गेंदबाज परवीन ही रहा, जिसने 10 ओवरों में केवल 37 रन दिए।)
ये ही आपके कहना चाहूगा कि प्रवीण ने जैसा भी खेला भारतीय बालरें में वो बेहतरीन था
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