पीसांगन (अजमेर)। निकटवर्ती नागेलाव गांव में बारह साल की लडकी से ब्याह रचाने आया चालीस साल दूल्हा मंगलवार रात ग्रामीणों के रोष को देख मण्डप से भाग छूटा। बाद में मौके पर पहुंची पुलिस ने लडकी के परिजनों को नाबालिग विवाह नहीं करने के लिए पाबंद किया। पुलिसकर्मी रात भर लडकी के घर के बाहर डेरा डाले रहे।
जानकारी के अनुसार नागेलाव निवासी रतनलाल सरगरा की करीब एक माह पूर्व मृत्यु हो गई थी। उसकीदो बेटियां बारह साल की संजू, छह वर्षीया सोनू तथा दस व पांच साल के दो बेटे हैं। रतनलाल के बडे भाई बिजयनगर निवासी हीरालाल ने गंगाप्रसादी का आयोजन कर सोनू का विवाह सोमवार को गढी मालियान (अजमेर) निवासी नौरतमल के किशोरवय पुत्र कालूराम से कर दिया।
जबकि गढी मालियान का ही चालीस वर्षीय मंगलचन्द मंगलवार शाम बडी लडकी संजू को ब्याहने बारात लेकर नागेलाव पहुंचा। बारात राजकीय नवीन स्कूल में ठहराई गई, जहां लडकी से तीन गुना ज्यादा उम्र कादूल्हा देखकर ग्रामीण भडक उठे। सैकडों की तादाद में गांव के लोग स्कूल व समारोह स्थल के आस-पास एकत्र हो गए तथा शादी रूकवाने के लिए दुल्हन संजू को गांव की हथाई पर ले आए।
उधर, वर पक्ष भी विवाह पर अड गया। माहौल बिगडता देख ग्रामीणों ने पुलिस को इत्तला की। पीसांगन थाना प्रभारी मय जाब्ता मौके पर पहुंचे, तब तक बारात पक्ष के लोगों ने दूल्हे मंगलचंद को कहीं भगा दिया। पुलिस ने संजू को कब्जे कर उसके परिजनों को पाबंद किया।
28.5.09
12 की दुल्हन, 40 का दूल्हा
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