skip to main |
skip to sidebar
Bhadas ब्लाग में पुराना कहा-सुना-लिखा कुछ खोजें.......................
पढ़नाशौक नहीं कमजोरी है मेरी लेकिन यह कमजोरी कर देती है मुझे कमजोरउस वक्त सबसे ज्यादा खोलकर कोई किताब पढने की बजाय उसकी इबारत पढने लगती हूँ जब मैं अजीबोगरीब इबारत अपनी ही जिन्दगी की । आरती 'आस्था '
No comments:
Post a Comment