यहि देश कै भैया का होई ॥ आओ हम....
आफिस मा लागत छुट्टी है,सब देख रहे है क्रिकिटिया ।बाबू औ अफसर दूनौ मिलि, जनता कै खड़ी करैं खटिया ॥
यहि देश कै भैया का होई ॥ आओ हम....
स्वीटर बुन रही मास्टरनी , लरिकउनी गप्पे मार रही।मास्टरनी लरिकउनी मिलिकै,विद्या कै अरथी निकार रही॥
यहि देश कै भैया का होई ॥ आओ हम....
मास्टर जी कुर्सी पर सोवैं ,लरिकै खेले गुल्ली डंडा।खुल गवा पोल पढ़ाई कै ,जब पहुंचे इस्पिट्टर पंडा॥
यहि देश कै भैया का होई ॥ आओ हम....
जब मिला नतीजा कै कारड़,लरिकउनेव कै फूटा भंडा ।तब बप्पा किहिन धुनाई खूब,जब देखीं सब अंडै -अंडा ॥
यहि देश कै भैया का होई ॥ आओ हम....
दै रही वजीफा गवरमिन्ट औ,पूरी खीर खियावत है।देखै पिक्चर ,फांकै पुकार ,सब लरिका मौज उडावत है॥
यहि देश कै भैया का होई ॥ आओ हम....
-मोहम्मद जमील शास्त्री
1 comment:
aaaaaaaaanand ki dhaaaaaaaaaaar
geeeeeeeeeeeet maaaaaaa tohaaar
MAZZZZZA AAGAVA BHAIYA
vah vah vah vah
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