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6.9.09

कल्याण मंत्र ....हिन्दी भावानुवाद . प्रो. सी. बी. श्रीवास्तव विदग्ध

लोक कल्याण मंत्र

ॐ सर्वे भवन्तु सुखिन:, सर्वे सन्तु निरामया:।
सर्वे भ्रदाणि पश्यन्तु, मा कश्चित् दु:खभाग्
भवेत॥ ॐ शांति: शांति: शांति:।।


अर्थ:सभी सुखी-स्वस्थ हों, शुभ देखें और कोई दुखी न हो।
विधि: परिवार के सभी सदस्यों को दिन में एक बार कभी भी पूर्व या उत्तर दिशा की ओर खडे होकर इस मंत्र का उच्चारण करना चाहिए।
लाभ: परिवार की उन्नति होती है और सभी सदस्यों के परस्पर सद्भाव में वृद्धि होती है।


हिन्दी भावानुवाद

द्वारा ..... प्रो. सी. बी. श्रीवास्तव विदग्ध

सब निरोग हों , सब सुखी , सबका हो कल्याण
दुखी न हो जग में कोई , यह वर दो भगवान !!

1 comment:

nitin sabrangi said...

Vivek ji gyan batne ka sukreya.