लोक कल्याण मंत्र
ॐ सर्वे भवन्तु सुखिन:, सर्वे सन्तु निरामया:।
सर्वे भ्रदाणि पश्यन्तु, मा कश्चित् दु:खभाग्
भवेत॥ ॐ शांति: शांति: शांति:।।
अर्थ:सभी सुखी-स्वस्थ हों, शुभ देखें और कोई दुखी न हो।
विधि: परिवार के सभी सदस्यों को दिन में एक बार कभी भी पूर्व या उत्तर दिशा की ओर खडे होकर इस मंत्र का उच्चारण करना चाहिए।
लाभ: परिवार की उन्नति होती है और सभी सदस्यों के परस्पर सद्भाव में वृद्धि होती है।
हिन्दी भावानुवाद
द्वारा ..... प्रो. सी. बी. श्रीवास्तव विदग्ध
सब निरोग हों , सब सुखी , सबका हो कल्याण
दुखी न हो जग में कोई , यह वर दो भगवान !!
6.9.09
कल्याण मंत्र ....हिन्दी भावानुवाद . प्रो. सी. बी. श्रीवास्तव विदग्ध
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
1 comment:
Vivek ji gyan batne ka sukreya.
Post a Comment