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31.10.09

भ्रष्टाचार का अचार

सभी भाईयों को सूचित किया जाता है कि भ्रष्टाचार का अचार बहुत ही स्वाद होता है .इसे बहुत ही बड़े -बड़े लोग विशेष रूचि से खाते हैं और जब कोई इनकी नक़ल करके इस अचार को खाता है तो इनको पसीना आता है .हमारे यहाँ दो चार निगरानी करने वाले विभाग हैं जो इस अचार को खाने वाले आम सरकारी आदमी को पकड़ कर अपनी कार्यकुशलता का दिखावा करतें हैं और आज तक किसी भी बड़े अधिकारी या नेता को भारत के इतिहास में ये विभाग पकड़ नहीं पाए.अपने भाषणों में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, उच्चतम न्यायलय के मुख्य न्यायाधीश बहुत गहरी चिंता जताते हैं कि आजकल लोग इस अचार का बहुत ही ज्यादा खाने लगे हैं यहाँ तक कि न्यायलय भी इसकी चपेट में आ चुके हैं कोई पूछने वाला हो इनसे कि भाषणों में रोना रोने की बजाये जब आपके हाथ में सरकार है तो कुछ करते क्यों नहीं? चाहे कोई भी सरकार हो अगर नेक नीयत से काम करे तो कुछ भी असंभव नहीं है .

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