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6.11.09

ख़बरों के बीच अपना कोई खबर बन गया .....प्रभाष जी को हमारा शत शत नमन

धीमी सी आवाज़ ,माथे पर उम्र की झुर्रियां ..शांत सी छवि,एक शानदार होंसला ..और एक कामयाब लिखावट जो तीर से भी तेज़ चुभती है प्रभाष जोशी.....continue...click salaamzindagii

1 comment:

विजय तिवारी " किसलय " said...

प्रभाष जी को हमारी और संस्कारधानी जबलपुर की ओर से विनम्र श्रद्धांजलियाँ .
- विजय तिवारी ' किसलय '