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14.9.10

हिंदी भारत की परिभाषा-ब्रज की दुनिया

 हिंदी है भारत की भाषा,
हिंदी भारत की परिभाषा;

अमीर खुसरो ने पौध लगाया,
सूर-तुलसी ने सींचा;
प्रेमचंद के हृदय-रक्त से
विकसित हुआ बगीचा;
लोकप्रिय हो भूमंडल में फैले
है यह हिंदीजनों की आशा;
हिंदी है भारत की भाषा,
हिंदी भारत की परिभाषा.

घर की मालकिन नौकरानी,
अंग्रेजी बन बैठी पटरानी;
दिलाना है हमें इसका बाजिब हक़
पोंछना है आँखों से पानी;
प्रतीक्षा की घड़ियाँ असह्य हुईं अब
बीत गए अनगिन दिन-मासा;
हिंदी है भारत की भाषा,
हिंदी भारत की परिभाषा.

1 comment:

Anonymous said...

impressive......... awsome attempt....... keep writing......