चल रहे हे साथ इस सफ़र में हम ,
की मंजिल लापता हे ,
जायेगा और ले जायेगा ये रास्ता किधर ,
न हमे कुछ पता हे ।
संगीता मोदी "शमा"
14.10.10
rasta
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अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
चल रहे हे साथ इस सफ़र में हम ,
की मंजिल लापता हे ,
जायेगा और ले जायेगा ये रास्ता किधर ,
न हमे कुछ पता हे ।
संगीता मोदी "शमा"
1 comment:
kuchha na samajhe bas yahee samajhe
hai ek umra mein wo bhi samajhe !
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