हमारी निकल आयी तोंद
तुम्हारे दांत हो गये कम
मगर एक-एक बात
न तुम भूले ,न हम
आप राम के हो गये
हम रम के
अपने तो सहारे भी हैं
आपसे एक मात्रा कम के
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अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
2 comments:
एक दिन रम वाले भी राम के हो जायेगें फिर हो लेगें साथ ।
क्या बात हैं, थोङा मगर मजा आया पढकर।
भाई जी कुछ समय निकाल कर मेरे ब्लाग पर भी आकर मार्गदर्शन करें ।
धन्यवाद ।
I'm new here @ bhadas.blogspot.com and want say hi to all the guys/gals of this board!
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