अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
Bhadas ब्लाग में पुराना कहा-सुना-लिखा कुछ खोजें.......................
23.1.11
जीवन के सफ़र में बस यूँ ही चलता जा रहा हूँ मैं, मंजिल क्या है ये न जान पा रहा हूँ मैं, जब सोचता हूँ इन मंजिलों के बारे में, तब अचानक नई दिशाएं पा जाता हूँ मैं!!
No comments:
Post a Comment