बेटियां को भी है जीने का हक
एमएलएन कालेज में बेटी बचाओं कार्यक्रम संपन्न
भास्कर न्यूज . यमुनानगर
रेड क्रास के सचिव श्याम सुंदर ने कहा कि बेटी को भी जीने का हक है। कुछ अभिभावक बेटी न हो, इसके चलते कन्या भू्रण हत्या करा देते हैं। यह गलत है। आखिर बेटी को भी तो जीने का हक है। क्या उसे यूं ही कोख में मार दिया जाएगा। आखिर कब तक। यह न सिर्फ अमानवीय है। इसके साथ ही जुर्म भी है। इसके बाद भी कुछ लोग है कि इस जुर्म को किए जा रहे हैं। श्याम सुुंदर बेटी बचाओ कार्यक्रम के तहत एमएलएन कालेज में एक सेमिनार को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कि आखिर क्या वजह है। हम बेटे बेटी में भेद करते हैं। क्यां इंसान में भेद किया जा सकता है। सोचो यदि हमारे समाज में सिर्फ पुरुष ही होंगे। क्या होगा तब। इसकी कल्पना से ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं। जबकि हकीकत में हम ऐसा ही करना चाह रहे हैं। इसे रोकना होगा। इसके लिए युवा शक्ति का आगे आना होगा। क्योंकि युवा चाहेंगे तो ही यह पाप जमीन से खत्म होगा। श्याम सुंदर ने कहा कि ऐसा कौन सा क्षेत्र है। जहां लड़कियां ने अपने को साबित नहीं किया। हर क्षेत्र में लड़की आगे बढ़ रही है। यहां तक की सीमा पर भी अब तो लड़कियां है। ऐसे में फिर भेदभाव क्यों। कई मौकों पर तो लड़की लड़के से बेहतर ही साबित हुई है। इसका परिणाम देखना है तो पिछले कुछ सालों के परीक्षा परिणाम देख ले। हर परिणाम में लड़कियां टाप टेन में शामिल होगी। इस कार्यक्रम के बाद युवाओं ने भी जम कर सवाल किए। युवा यह पूछना चाह रहे थे कि आखिर जो लोग इस काम में हैं। आखिर वें क्यों इस काम को होने दे रहे हैं। क्यों नही डाक्टर कन्या भू्रण हत्या करने से मना करते। उनका यह भी कहना है कि बेटियों को सम्मान मिलना चाहिए। यह बात सभी को समझनी होगी। कार्यक्रम में खास बात यह रही कि लड़कियों ने भी जम कर सवाल किए। उनका कहना है कि अभी भी कई ऐसे क्षेत्र है जहां भेदभाव होता है। सबसे अधिक दिक्कत तो तब आती है जब कहीं भी उनकी सुनवाई नहीं होती। कार्यक्रम में सभी ने मिल कर कन्या को बचाने की शपथ ली। इस मौके पर श्याम सुंदर ने बताया कि समाज को जागरूक करना होगा। इसके लिए जितना भी काम किया जाए। उतना कम है। आखिर बेटी का सवाल है। जिसे अब हर हालत में बचाना है।
10.3.12
bate bacho
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