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8.9.16

बिहार की मीडिया का मजाक उड़ाता न्यूज़ ऑफ़ बिहार वेब पोर्टल




nidhi kashyap 
कुछ दिन पहले ही शुरू हुए वेब पोर्टल न्यूज़ ऑफ़ बिहार इन दिनों काफी चर्चा में है चर्चा का विषय  है समाचार में लिखी जा रही गलतिया, गलतिया भी ऐसी की मुख्यमंत्री नितीश कुमार तक को नहीं बक्शा, न्यूज़ का स्लग था "बाढ़ राहत शिविर में नितीश ने किया महादलित  महिला का दुष्कर्म" न्यूज़ का लिंक फेसबुक पर शेयर होते ही बात पुरे मीडिया में फ़ैल गयी, न्यूज़ ऑफ़ बिहार के इस घटिया रिपोर्टिंग के लिए लोगो के कमेंट भी आने सुरु हो गए थे, कुछ मीडिया कर्मी ने पोर्टल के कार्यालय में फ़ोन किया तब जा के पोर्टल ने न्यूज़ डिलीट कर दिया,


आज कल सोशल मीडिया पर वेब पोर्टल की काफी धूम मची हुयी है सब मीडिया में आना चाहते है, और मीडिया में आने को कुछ भी करने को तैयार हो जाते है, लोगो से उनकी शिक्षा तक के बारे में नहीं पूछा जाता है  यही कारन है के मीडिया का अस्तित्व इतना निचे हो रहा है, बिहार की मीडिया पहले से काफी बदनाम है और न्यूज़ ऑफ़ बिहार जैसे वेब पोर्टल के कारन जल्द ही मीडिया का अस्तित्व ख़तम होता नजर आ रहा है, न्यूज़ ऑफ़ बिहार का कार्यालय बिहार के दरभंगा में है जब मैंने वहाँ के लोकल पत्रकार भाइयो से बात किया तो उन्होंने बताया के उक्त वेब पोर्टल गैर मीडिया के लोगो द्वारा चलाया जा रहा है, इसलिए समाचार लिखने में इतनी गलतिया हो रही है ।  मैं एक बिहारी  महिला पत्रकार हूँ और काफी मेहनत करने के बाद एक सफल पत्रकार में मेरा नाम भी आता है, लेकिन जब मीडिया के साथ कुछ लोग इस तरह से खिलवाड़ करते है तो मेरा खून खौलता है, गैर मीडिया के लोगो द्वारा पत्रकरिता करवाना कितना सही है ये अब आप लोगो के ऊपर छोड़ती हूँ ।

nidhi kashyap
nidhikashyap1111@gmail.com

2 comments:

Unknown said...

यशवंत जी आपने uc browser मे अपने वेबसाइट का लिंक कैसे add किया

newsofbihar.com said...

आदरणीय निधि कश्यप जी,
आप निश्चित रूप से एक सफल पत्रकार हैं इसमें कोई शक नहीं। जिस खबर के हेडलाइंस पर आपने आपत्ति जताई उस हेडलाइंस में हमने कहीं से भी मुख्यमंत्री महोदय को अपमानित नहीं किया है। हां हम ये जरूर स्वीकार करते हैं कि गलतियां हमसे हो सकती है। और अगर गलतियां होती हैं तो उस भूल को स्वीकार करने में भी हमें कोई हर्ज नहीं है। आपको शायद जानकारी हो या नहीं लेकिन जब कुछ वरिष्ठ मीडियाकर्मियों ने हमें कहा तो newsofbihar.com का संपादक होने के नाते मैंने अपने फेसबुक पोस्ट, न्यूज ऑफ बिहार के फेसबुक पेज और वेबसाइट पर भी इसके लिए सार्वजनिक तौर पर क्षमा मांगी। दूसरी खबर जिसकी तस्वीर पर आपने आपत्ति जताई उसको ब्लर करके दिखाया गया। मानवीय संवेदनाओं की हम लोग भी कद्र करते हैं और हम भी मानवता के सिद्धांत पर ही यकीन करते हैं। बात रही की गैर मीडियाकर्मियों के द्वारा वेबसाइट चलाया जा रहा है तो ये जानकारी आपको जिस स्थानीय मीडियाकर्मियोेें ने दी वो पूरी तरह से बेबुनियाद आरोप है। मैं पंकज प्रसून जो कि इस वेबसाइट का संपादक हूं मुझे इससे पहले कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में वर्षों तक काम करने का मौका मिला और वहां के वरिष्ठों से बहुत कुछ सीखने का मौका मिला। हां आपकी तरह मैं एक सफल और बहुचर्चित पत्रकार नहीं हूं लेकिन तकरीबन एक दशक से मैं भी मीडिया संस्थानों में ही काम कर रहा हूं। हमारी टीम में बाकी के जो लोग भी हैं उनमें से भी अधिकांश लोगों को राष्ट्रीय अखबारों में काम करने का अनुभव है। मिथिला यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता कर रहे कुछ फ्रेशर को काम करने का मौका देना अगर गुनाह है तो हां वो गुनाह हम कर रहे हैं। आपने इन दो खबरों के आधार पर हमारी नकारात्मक छवि बनाने का प्रयास तो कर दिया लेकिन जनहित से जुड़े और कई मुद्दों पर जब हम खबर बनाते हैं तो उस पर भी नजर बनाए रखिएगा आदरणीय मैडम। हालांकि आपके इन बातों को हम बेहद सकारात्मक तौर पर ले रहे हैं और हमारा प्रयास रहेगा कि आगे से हम और बेहतर काम कर सके।
धन्यवाद
पंकज प्रसून