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25.3.20

बंगाल में महामारी पर राजनीति नहीं हो रही, ममता की तारीफ कर रहे विपक्षी नेता

श्वेता सिंह
 
कोलकाता। कोरोना के कहर से बचना ही आज सबकी प्राथमिकता है। राज्य में इस महामारी से लड़ने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आवश्यक कदम उठा रही हैं। उनके फैसलों की प्रशंसा पार्टी के नेता ही नहीं कर रहे बल्कि विपक्षी पार्टियों के नेता भी खुले दिल से उनकी तारीफ करते नहीं थक रहे हैं। संकट के इस समय में बंगाल के नेता इस महामारी पर राजनीति नहीं कर रहे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सोमेन मित्र ने ममता बनर्जी की तारीफ करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने ऐन समय पर राज्य में लॉकडाउन का फैसला लिया जो जरूरी था।

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री ने भी पूरे देश में 21 दिनों के लिए लॉकडाउन की घोषणा की है। सोमेन मित्र ने कहा कि आवश्यकता पड़ने पर मुख्यमंत्री राज्य में कर्फ्यू भी लगाएं तो इसका स्वागत किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस बीमारी से बचने का यही एकमात्र उपाय है कि हम सभी घरों में रहें। सोमेन मित्र ने मुख्यमंत्री को रोजमर्रा के सामानों की आपूर्ति का उचित प्रबंध करने की सलाह भी दी।

इससे पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सर्वदलीय बैठक बुलायी थी जिसमें तकरीबन हर पार्टी के प्रतिनिधि मौजूद थे। इन नेताओं में सुजन चक्रवर्ती, अब्दुल मन्नान और अशोक घोष जैसे दिग्गज नेता प्रमुख थे। सभी ने सीएम के फैसलों की तारीफ की।

बंगाल की राजनीति में ममता बनर्जी और सोमेन मित्र के आपसी मतभेद से सभी परिचीत हैं। दोनों नेता एक दूसरे को कांटे की टक्कर देते रहे हैं। बंगाल के दोनों दिग्गज नेता कभी साथ मिलकर तो कभी एक दूसरे के खिलाफ जाकर राजनीतिक मैदान में डटे रहे हैं। राजनीतिक हलकों में माना जाता है कि सोमेन मित्र से मतभेद के कारण ही ममता बनर्जी कांग्रेस से अलग हुई थीं। हालांकि बाद में सोमेन मित्र तृणमूल कांग्रेस में शामिल भी हुए थे। लेकिन कुछ ही समय बाद वापस कांग्रेस में शामिल हुए और प्रदेश अध्यक्ष का जिम्मा संभालने के बाद राज्य में तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा संभाले हुए हैं।

बहरहाल पूरा देश इन दिनों कोरोना की महामारी से जूझ रहा है। ऐसे में विपक्षी खेमे के फैसलों की आलोचना करने की जगह मुख्यमंत्री के कदमों की तारीफ किया जाना अच्छी पहल है। संकट की इस घड़ी में सभी पार्टियों का साथ होना यकीनन अच्छे संकेत हैं।

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