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1.3.20

राजनैतिक दवाब में नहीं सुनी जा रही दहेज पीड़िता की बात

आगरा। तमाम कोशिशों के बावजूद दहेज का रक्त पिपाशु दानव शांत नहीं हो रहा। बालाजीपुरम शाहगंज निवासी मंजू उर्फ शोभा पुत्री मटरू ने अपने ससुरालीजनों के खिलाफ दहेज प्रताड़ना व मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न के खिलाफ थाना जगदीशपुरा में दिनांक 01 फरवरी 2020 को एफ.आई.आर. दर्ज करवाई। लेकिन पीड़िता और उसके परिजनों का आरोप है कि पुलिस राजनैतिक दवाब में उसके ससुरालीजनों के खिलाफ कोई भी कार्यवाही नहीं कर रही है।

पीड़िता और उसके परिवारीजनों ने दिनांक 01 फरवरी 2020 को जो एफ.आई.आर. दर्ज करवाई थी, उसमें ससुरालीजनों के खिलाफ दहेज और मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न की जो धाराएं लगानी चाहिए थीं वो जगदीशपुरा थाने की पुलिस ने नहीं लगाई बल्कि केस को राजनैतिक दवाब में कमजोर कर दिया गया। पीड़िता और उसके परिजनों का आरोप है कि अभी तक जगदीशपुरा थाने की पुलिस ने उसके ससुरालीजनों पर कोई कार्यवाही नहीं की है, बल्कि दहेज लोभी ससुरालीजन जिनको सलाखों के पीछे होना चाहिए था वो खुले में घूम रहे हैं।

बालाजीपुरम शाहगंज निवासी मंजू उर्फ शोभा पुत्री मटरू की शादी दिनांक 23 फरवरी 2019 को सुशील राजपूत पुत्र रमेशचन्द्र राजपूत (ज्वैलर्स) निवासी-अमरपुरा बोदला, थाना-जगदीशपुरा, आगरा के साथ प्रेम वाटिका मारूति स्टेट आगरा में सम्पन्न हुई थी। शादी के बाद से ही पीड़िता के साथ मारपीट और उसका उत्पीड़न किया जाने लगा।  जून 2019 में पीड़िता गर्भवती हो गयी, जब पीड़िता ने अपने पति सुशील राजपूत को अपने गर्भवती होने के बारे में बताया तो पति उसके साथ अभद्रव्यवहार करने लगा और अप्राकृतिक तरीके से अपनी हवस पूरी करने लगा, जिससे पीड़िता को काफी मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न सहन करना पड़ा। इसी बीच मारपीट में पीड़िता गर्भपात का हो गया।

पीड़िता के पिता मटरू के मुताबिक शादी में उसने सामर्थ्य के अनुसार दान दहेज दिया, मगर और अधिक दहेज की मांग को लेकर ससुराली बेटी मंजू को तंग करने लगे। आरोप है कि 16 अक्टूबर 2019 को ससुरालियों ने पीड़िता मंजू उर्फ शोभा  को दहेज के लिए मारापीटा। पीड़िता के मुताबिक 16 अक्टूबर 2019  की रात को सभी ससुरालीजनों (पति सुशील, सास गुड्डी, ससुर रमेशचन्द व  ननदें प्रीति, वन्दना व हेमा व देवर सुमित और जेठ देवेन्द्र, अभिषेक लोधी) ने उसके  साथ मारपीट की और कमरे में बंद कर दिया।

पड़ोसियों द्वारा मारपीट की सूचना पर पीड़िता मंजू का भाई उसे रात के 02 बजे अपने मायके ले जाने के लिए आया तो पीड़िता और उसके भाई के साथ भी मारपीट की गयी तथा जेठ  देवेन्द्र ने ये कहा कि मैंने भी अपनी पत्नी मीनाक्षी को अधिक दहेज न देने के कारण घर से निकाल दिया है, वो अब तक मेरा कुछ नहीं कर बिगाड़ पायी तो तू क्या कर लेगी।

पीड़िता मंजू उर्फ शोभा का पति सुशील राजपूत पुत्र रमेश चंद राजपूत ग्वालियर में पंजाब नेशनल बैंक में मैनेजर है, लेकिन पीड़िता के मुताबिक बैंक के कागजातों में भी पति सुशील राजपूत ने अपने आप को अविवाहित बताया है और हर जगह  अपना स्टेटस अविवाहित रखा है।  

आरोप है कि शादी में 35 लाख रुपये से अधिक खर्च हुए, मगर ससुराली अब फिर से दहेज की मांग कर रहे हैं। आरोप है कि दहेज की मांग पूरी न करने पर पीड़िता के साथ ससुरालीजनों (पति सुशील, सास गुड्डी, ससुर रमेशचन्द व  ननदें प्रीति, वन्दना व हेमा व देवर सुमित और जेठ देवेन्द्र, अभिषेक) ने मारपीट की और वह किसी तरह अपने भाई के साथ बच कर वह मायके पहुंची। आरोप है कि पुलिस राजनैतिक दवाब में दहेज प्रताड़ना, मारपीट, मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न का  मुकदमा दर्ज नहीं कर रही। पीड़िता मंजू उर्फ शोभा ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट, महिला आयोग, मानवाधिकार आयोग को पत्र लिखकर न्याय की मांग की है, पीड़िता का कहना है कि अगर उसे न्याय नहीं मिला तो उसे आत्महत्या करने के लिए विवश होना पड़ेगा।

Prabhanjan Sanket

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