अवैध निर्माण वसूली गैंग का सरगना है रिपोर्टर
हरिद्वार जिले में दो नम्बर के पत्रकारों की कमाई का सिर्फ खनन ही माध्यम नहीं है। भवनों के मानचित्र स्वीकृत करने वाला हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण भी उठाईगिर पत्रकारों की जेब भरने का साधन बना हुआ है। चूंकि इसके क्षेत्र का कुछ दिन पहले विस्तार हुआ है, इसलिए रुड़की क्षेत्र में विभाग का अच्छा खासा दबदबा है।
बिना नक्शा पास कराए भवन बनाने वालों को डरा धमका और ब्लैकमेल कर रकम वसूलने का धंधा कुछ पत्रकार गिरोह के रूप में कर रहे हैं। एक सम्मानित अखबार का क्राइम रिपोर्टर ऐसे ही एक गैंग का सरगना बना हुआ है। एचआरडीए से जेब खर्च और थाने से पव्वे का जुगाड़ हो जाये, आठ हजार की नौकरी करने वाले एक हल्के पत्रकार को और क्या चाहिए।
नामी गिरामी अखबार के टुच्चे पत्रकार की हरकतों से एक-एक सिपाही परिचित है। अखबार की रही-सही भद पिटवाने वाले इस छुटभैये पत्रकार की एचआरडीए में दलाली के चर्चे अब उच्च अधिकारियों के कानों तक पहुंचने लगे हैं। देखने वाली बात यह है कि फ्री के शराब व मुर्गे और एचआरडीए की दलाली में इस भृष्टाचारी पत्रकार की दाल कब तक गलती है।
No comments:
Post a Comment