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9.11.20

नोटबंदी की चौथी वर्षगांठ पर अर्थव्यवस्था की अर्थी निकालकर विरोध प्रदर्शन किया



नेशनल स्टूडेंट युनियन आफॅ इंडिया (एनएसयूआई) ने नोटबंदी की चौथी वर्षगांठ पर अर्थव्यवस्था एवं नोटबंदी के कारण बढ़ी बेरोज़गारी की अर्थी जलाई एवं विरोध प्रदर्शन किया।



एनएसयूआई का विरोध प्रदर्शन रायसीना रोड स्थित एनएसयूआई मुख्यालय से शुरू होकर जंतर मंतर पहुंचा। एनएसयूआई के सैकड़ो कार्यकर्ताओं ने एक स्वर में नोटबंदी के दुष्परिणाम बेरोज़गारी एवं पकोड़े रोज़गार का विरोध किया।

नोटबंदी कि चिता दहन करने पर पुलिस द्वारा एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री नीरज कुंदन जी समेत तमाम कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करके मंदिर मार्ग थाने में बंद कर दिया।

एनएसयूआई के विरोधी प्रदर्शन में राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री नीरज कुंदन जी,राष्ट्रीय महासचिव नागेश करियप्पा,विशाल चौधरी,राष्ट्रीय सचिव अनुलेखा जी,विनोद झाकर,सतवीर चौधरी, वरूण चौधरी, लोकेश चुग, गौरव तुषीर,शौर्यवीर सिंह, एवं प्रदेश अध्यक्ष अक्षय लाकरा, अभिषेक चौधरी, अक्षय शर्मा, समेत तमाम कार्यकर्ता मौजूद रहें।

एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री नीरज कुंदन जी का कहना है कि आज नोटबंदी को चार वर्ष बीत चुके है लेकिन देश आज भी इसके दुष्परिणाम भुगत रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के एक गलत फैसले के कारण आज पूरे देश में बेरोज़गारी लगातार बढ़ रही है। जिसका खामियाजा इस देश युवा एवं छात्र वर्ग भुगत रहा है।

नोटबंदी के कारण देश में उपजी बेरोज़गारी के कारण आज भी देश के कुछ घरों में चूल्हा नही जलता है तथा जिन्होंने अपने परिवार को खोया वह लोग आज भी सदमें में है एनएसयूआई इस सबके लिए सीधे-सीधे मोदीजी को जिम्मेदार ठहराती है। 








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