Bhadas ब्लाग में पुराना कहा-सुना-लिखा कुछ खोजें.......................

8.4.08

रामेंद्र कुशवाहा को लेकर हम चिंतित हैं....

इलाहाबाद के वरिष्ठ पत्रकार रामेंद्र कुशवाहा के बारे में ताजा अपडेट क्या है, मुझे नहीं पता लेकिन दो दिन पहले इलाहाबाद से दो साथियों के फोन आए कि सीनियर सब एडीटर रामेंद्र जी गायब हैं। आज मेल चेक कर रहा था तो एक ब्लागर साथी ने पत्रकार के गायब होने की खबर मुझे मेल की थी। अपनी व्यस्तता के चलते भड़ास पर वक्त न दे पाने से मैं इस खबर को डाल नहीं पा रहा था पर मन ही मन यह उम्मीद जरूर कर रहा था कि इलाहाबाद या कानपुर का कोई भड़ासी या गैर भड़ासी साथी पत्रकार साथी के गायब होने संबंधी सूचना को जरूर भड़ास पर पोस्ट कर देगा क्योंकि भड़ास हिंदी पत्रकारों की सामूहिक ताकत से उपजा एक सामूहिक ब्लाग है। सो, इस पर हिंदी पत्रकारों से जुड़ी किसी सूचना को पोस्ट करने का एक मात्र अधिकार सिर्फ किसी यशवंत सिंह को नहीं मिला हुआ है बल्कि हर हिंदी पत्रकार का यह दायित्व है कि वो हिंदी मीडिया के साथियो् के बारे में दुख सुख से जुड़ी कोई भी खबर भड़ास तक पहुंचाए, मौखिक, फोन से, मेल से या खुद भड़ासी बनकर अपनी बात पोस्ट करके...।

फिलहाल मैं कानपुर और आसपास के भड़ासी साथियों से अनुरोध करूंगा कि वे इस मामले में ताजे अपडेट्स से भड़ासियों को सूचित करें क्योंकि देश के हर हिस्से में रहने वाला हिंदी पत्रकार रामेंद्र कुशवाहा की सलामती के लिए मन ही मन दुवाएं कर रहा है। प्लीज, अपनी दुनिया में लीन रहने की हम सब की मजबूरी के बावजूद हम सब का यह बेहद जरूरी (भले ही तकलीफदेह लगे) दायित्व है कि हम अपने दूसरे साथियों के दुख में खड़े हों। अगर ऐसा नहीं करेंगे तो यह भी सोच लीजिए कि कल जब आप अकेले होंगे तो आपके कंधे से कंधा जोड़ने कौन पहुंचेगा। हम अलग अलग और अकेले अकेले बेहद लाचार और कमजोर हैं, एक होते ही हम एक ऐसी विस्फोटक ताकत बन जाते हैं जिससे हम बड़े बड़ों को फाड़ सकते हैं। तो साथियों, रामेंद्र के बारे में दुवाएं करिए, उनके परिजनों की संवेदना को समझने की कोशिश करिए, उनके आने की फिक्र करिए...

जय भड़ास
यशवंत

5 comments:

डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava) said...

दादा,भगवान करें कि रामेंन्द्र जी सकुशल हों। जरा स्थानीय पत्रकार मिलकर पुलिस को डंडा करें ताकि मामले में जरा गति आ सके.....

Batangad said...

यशवंतजी
रामेंद्र नहीं श्यामेंद्र कुशवाहा गायब हुए हैं। और, पत्रकारों के दबाव की वजह से पुलिस इस मामले में पूरी तरह लगी हुई है। लेकिन, अभी तक कोई खबर नहीं है। दैनिक जागरण में श्यामेंद्र पिछले करीब डेढ़ दशक से नगर निगम कवर करते थे। लोग मान रहे हैं कि श्यामेंद्र के अपहरण के पीछे बिल्डर लॉबी हो सकती है। आज इलाहाबाद के पत्रकार जुलूस निकालकर विरोध करेंगे।

Anonymous said...

SHYAMENDR KI SAKUSHAL VAPSI KE LIYE HAME MILJUL KAR PRATIRODH KARNE KI JARURAT HAI.KRIPYA SABHI SATHI MAIL ABHIYAN CHALAKAR PRASHASHAN PAR DABAB BANAYEIN.

Unknown said...

श्यामेंद्र कुशवाहा ke bare me mitr pl-pl ki khbren bhadas pr den....
hm bhadasi apharan ki ninda krte hain...aphartaon ko jld girftar kiya jaay

Anonymous said...

syamendra bhai ka gayab hona chintaniya hai or unke pariwaar ke saath is sankat ki ghari main hum bhadasi hain.

Patrakaar mitron kripya abhiyaan main teji layen or manish bhai ke mutabik bhadaasi email abhiyaan to jaroor chalaye.