सामान्य रूप से महिलाएं एक समय में एक बच्चे को जन्म देती हैं। कभी-कभार दो या दो से अधिक बच्चों का जन्म होता है। दो बच्चों को हम जुड़वां बच्चे कहते हैं, तो एक साथ तीन बच्चें पैदा होंगे, तो हमें उसे तिड़वां बोलना चाहिए। ठीक जैसे अमेरिका में एक महिला ने तीन बच्चों को एक साथ जन्म दिया। तीनों की शक्ल एक जैसी मिलती है। डॉक्टरों का कहना है कि ऐसा अजूबा २० करोड़ बच्चों के जन्म के बाद ही होता है। ऐसे हम जैसे पत्रकार बंधु मिला-मिलाया आइटम ही पचा जाते हैं, जैसे कि ऊपर वाला न्यूज है। आज हमने अंदर जाकर जानने की कोशिश की। आइए हम जानते हैं कि जुड़वां या तिड़वां बच्चे कैसे पैदा होते हैं।
मासिक धमॆ के दस दिन बाद से १८ दिन तक महिलाओं के प्रजनन अंगों से एक प्रकार का अंडा पैदा होता है। इसे ओवम कहते हैं। इस अवधि में जब महिला और पुरुष का संयोग होता है तो पुरुष के वीयॆ में उपस्थित स्पर्मो में से एक स्पमॆ इस अंडे में प्रवेश कर जाता है। अंडे में स्पमॆ के प्रवेश कर जाने की किया को ही गर्भाधान यानी महिला गभॆवती हो जाती है।
कभी-कभार ऐसा होता है कि गर्भाधान के बाद अंडा दो हिस्सों में बंट जाता है। गर्भाशय में दो बच्चों के रूप में विकास होता रहता है। परिणाम होता है कि ऐसी महिला के एक ही साथ दो बच्चे पैदा होते हैं। इस तरह पैदा हुए बच्चों का रंग-रूप और आकार एक जैसा होता है।कभी-कभार दूसरी संभावना यह है कि मनुष्य के वीयॆ से दो स्पमॆ महिला के दो अलग-अलग अंडों में प्रवेश कर जाते हैं। इससे दो बच्चों का जन्म होता है, पर उनके रंग-रूप और आकार में अंतर होता है।
कुछ यूं ही रानी कौशल्या और कैकेई ने रानी सुमित्रा को दो फांक सेव दिया था और सुमित्रा ने भरत और शत्रुधन को जन्म दिया था।इस तरह के कई उदाहरण हैं, ब्राजील की एक महिला ने १० बच्चों को जन्म दिया था। स्पेन और चीन में भी १० बच्चों को पैदा करने का रिकाडॆ है। इस तरह के संसार में कई उदाहरण हैं।
अगर आप भाई बंधुओं को इसके बारे में अन्य जानकारी है, तो कृपया जानकारी दें।
3 comments:
क्या भिड़ू,तु जानकारी दे रएला है कि ले रएला है, तू जरा एक बार आयुषवेद के कोपचे में मिल तेरे कू भौत सारी जान और कारी दोनो देने का है...
सही कहा. शब्दों की यात्रो ऐसे ही होती है. तीन जिड़वां तो चार चिड़वां. आगे की आप खुद सोचिये. एक बार मैंने भी सोचा था कि जब लोग सिर्फ जमीनी स्तर पर रहते थे तो बायीं तरफ वाले घर में रहने वाला अडोसी होता था और दायीं तरफ वाला पडोसी. रहन सहन के तरीके बदले और बहुमंजिला इमारतें आ गयीं. अडोसी पडोसी अपनी जगह . इनके अलावा ऊपर की मंजिल पर रहने वाला कहलायेगा चढ़ोसी और नीचे वाला उतरोसी. संकट सामने वाले का है. उसे क्या शब्द दें. सामनोसी, या कु और. विद्वान लोग सुझायें और इसी तरह के और शब्द खोजें जो आज की जरूरत बन चुके हैं.
का बचऊ,भड़ासी का हमसकल से सम्पूरन भड़ासी बन गये ,बहूत अच्छा किहौ....
Post a Comment