आखिरकार वाही हुआ जिसका डर था ,पाकिस्तान में पहली बार ऐसा नही हुआ जब किसी नामालूम व्यक्ति ने हमला किया हों ,पाकिस्तान में ऐसा कई बार हो चुका है ,जुल्फिकार भुट्टो और बेनजीर के बाद अगला निशाना खों होगा .यह एक सवाल है ?क्या परवेज साहब को ऐसा लगने लगा है की पाक में उनका जिंदा बच पाना बहुत मुश्किल है
भारतीय पत्रकारों में भी यही चिंता है की पाक की हालत का असर भारत पर भी दिखेगा ,जौर ऐसा अब दिखने भी लगने लगा है .यह हकीकत है की बेनजीर के बार और फ़िर परवेज के बाद भारत पर हमले भी बदने लगे है ,-कुछ सवाल फ़िर हमारे सामने आज खडे हो रहे है की क्या इस्लाम का मतलब आतंकवाद है हिन्दुस्तानमें उन लोगो का अनुपात ज्यादा है -
पहली बार ऐसा लग रहा की आतंकवाद को लेकर भारतीय मुसलमान सामने आ रहे है,india gate पर पहली बार इस्लाम के सही समर्थक अब आतंकवाद के विरोध में शामने आ रहे है ,हमको चाहिए की इस बुरे वक्त में जातिवाद से कोसो दूर होकर हम इस्लाम के साथ खड़े हों ,
आशीष जैन
22.9.08
आतंकवाद को लेकर भारतीय मुसलमान...........
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment