ढेर सारी शिकायतें हैं
तुम्हें हमसे
हमें भी
कम नहीं हैं तुमसे
बावजूद इसके
नही है कोई शिकायत
हमें एक-दूसरे से ..........
आरती आस्था
तुम्हें हमसे
हमें भी
कम नहीं हैं तुमसे
बावजूद इसके
नही है कोई शिकायत
हमें एक-दूसरे से ..........
आरती आस्था
अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
3 comments:
kya baat kahi hai....shikayten hai...fir bhi nahin hai...good...
बुद्धं शरणं गच्छामि, धम्मं शरणं गच्छामि.......
kam shabdo me gheri samvedna vyakt ki hai aapne...anubhuti vichlit karti hain...jari rakhen..
Dr.Ajeet
www.shesh-fir.blogspot.com
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