लालटेन जलाई तेरी, लालटेन बुझाऊँ तेरी
एकई खबर में मिट्टी में मिलाय दऊँ
बात न जो मानै मेरी, कर दऊँ में ख्वारी तेरी
सारे सहर में रायतौ सौ फैलाय दऊँ।
आवन दै अपने तू अध्यक्ष महोदय कूँ.
बाके आगे तेरी सारी बत्ती मैं बुझाय दऊँ।
डॉ. भानु प्रताप सिंह
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16.3.09
सीनियर रिपोटर्र की सोच
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1 comment:
sau take sachchi bat likh dio
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