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23.4.09

भारतीय क्रिकेट खिलाडी कितने पप्पू......
आजकल हमारे देश में चुनाव हो रहे हैं। चुनाव हमारे देश का महापर्व है, जिसे संपन्न कराने में करोड़ों रुपये खर्च हो रहे हैं। पूरा देश चाहता है की चुनाव में जित अच्छे और स्वक्ष छवि वाले लोगों की हो। आए दिन विज्ञापन आ रहे हैं की अपना बहुमूल्य वोट दे, युवावों को वोट देने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। वोट न देने वालों को पप्पू ( बेवकूफ) का दर्जा दिया जा रहा है। देश में जहा चुनावी सरगर्मियां तेज है वही साऊथअफ्रीका में हमारे देश के कई खिलाडी क्रिकेट खेलने में मशगुल हैं। आईपीएल का आयोजन चुनाव के कारण जब देश में नही हुआ तो उसे साऊथ अफ्रीका ले जाया गया ताकि वहा पे इसका आयोजन हो सके। मुझे याद है जब पिछले चुनाव के दौरान सचिन तेंदुलकर ने सभी से वोट देने की अपील की थी। पर आज वे ख़ुद इस चुनाव में अपन वोट नही दे पाएंगे। युवाओं के रोल मॉडल क्रिकेटर जैसे तेंदुलकर, गांगुली, सहवाग , धोनी, गंभीर, युवराज,द्रविड़,कुंबले, ज़हीर, रैना, लक्ष्मन, भज्जी, जैसे खिलाड़ियों के साथ साथ कई क्रिकेट के नए चेहरे भी अपना वोट नही दे पाएंगे।आजकल रेडियो पे एक गाना बजता है, " पप्पू दिल्ली में रहता है, पर पप्पू वोट नही देता"इस गाना के जरिये ये बताने का प्रयास किया गया है की यदि आप वोट नही देते तो आप पप्पू हैं, अपनी देश की खातिर, देश का निरंतर विकास हो इसके लिए आप वोट दें।परन्तु हमारे खिलाडी आजकल पैसे को ज्यादा तवज्जो देते हैं, जिस देश ने उन्हें एक पहचान दी उसके प्रति वे अब वफादार नही दिख रहे हैं। अगर भारत का किसी और देश के साथ मैच होता तो उस वक्त माना जा सकता था की देश के लिए खेल रहे हैं, परन्तु ऐसा अभी नही है, हमारे खिलाडी पैसा के लिए साऊथ अफ्रीका गए हैं।जब हमारे क्रिकेटर ही ऐसा करेंगे तो क्या कहा जा सकता है। हाँ एक बात जरुर कहा जा सकता है की हमारे देश क्रिकेटर अपना वोट न देकर पप्पू जरुर बन गए हैं, पर कितने पप्पू हैं हमारे क्रिकेटर , अब हमे ख़ुद सोचना होगा।ऐसा नही था की आईपीएल का समय नही बढाया जा सकता था..... आईपीएल का समय बढाया जा सकता था, परन्तु ललित मोदी को ये मंजूर नही था। जिस कारण वे इसे साऊथ अफ्रीका ले गए और ख़ुद तो पप्पू बने ही जिद्द में आकर परन्तु हमारे खिलाड़ियों को भी पप्पू बना दिए.

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