अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
महंत विनयदास:इस वक़्त आजमगढ़ को आतंकवाद की नर्सरी कहा जा रहा है प्रकारांतर से अब मुस्लिम समाज कोऔर इसके पूर्व सिखों को आतंवादी कहकर प्रताडित किया जाता रहा है । क्या आपको नही लगता है की हमारी सरकार की सोच अंग्रेजो की दस्ता से आज भी मुक्त नही हो पाई है क्योंकि वे भी पहले तमाम जातियों औरइलाको को अपने स्वार्थवश अपराधी घोषित किया करते थे और आज हमारी सरकार और मीडिया मिलकर इसीदुष्प्रचार को हवा दे रहे है । इस पर आप कुछ कहें । मुद्राराक्षस: सच ये है की सत्ता स्वयं किसी भी तरह के आतंकवाद की जननी होती है । आज यह बात छुपी नही है की पंजाब का आतंकवाद ख़ुद तत्कालिन सरकार की देन या उस समय तक जिसे पंजाब के आतंकवाद का सबसे बड़ा करता धरता मन गया ,वह भिन्दर्वाला स्वयं कांग्रेस की देन था। दुनिया में अगर मुसलमानों को फिलिस्तीन से बेदखल करके इसराइल या यहूदी राज न बनाया गया होता तो मुसलमान युवा , हथियार न उठाते । सब जानते है की अमेरिका ने मध्य एशिया की इराक , बेरुत और अफ्गानिश्तान सहित इस्लामी देशो में भयानक अत्याचार न किए होते तो जिसे आज अमेरिका इस्लामी आतंकवाद कह रहा है उसके यह हालत न होती । जब पहल किए हो तो उसका दुष्परिणाम भोगना ही होगा । भारत में साथ के दशक से वामपंथी युवा ने हथियार उठाये । जिसे नक्सल वर्ग कहा जा रहा है। क्योंकि गावो में सामंती समाज ने जो भयानक अत्याचार किए उन्हें सरकार ने कभी नही रोका बल्कि अत्याचारी सामंतो किया साथ पुलिस प्रशाशन ने दिया । ऐसे हालत में जुल्म करने वालो ने हथियार उठाये। देश के सारे ही पूर्वोत्तर राज्यों में ख़ुद हमारी सरकार भयानक अत्याचार और आतंकवाद की जिम्मेदार है । ऐसे स्तिथि में आतंकवाद की आलोचना न्याय सांगत नही । इस प्रदेश में आज जो शाशन है वह पिचले लंबे अर्शे से हिंदुत्व की सहायता करता रहा है। आखिर मायावती ने नरेंद्र मोदी के साथ चुनाव प्रचार किया था और एक तरह से गुजरात के मुसलमानों के नरसंहार का समर्थन किया था । मायावती सरकार से यही उम्मीद की जा सकती है की वह हर ऐसे क्षेत्र को आतंवाद की नस्सेरी बता दे ,जहाँ लोग उससे सहमत नही है। अभी मायावती ने सिर्फ़ आजमगढ़ को आतंकवाद की नर्सरी बाते है वह समय दूर नही जब वह देवरिया से लेकर सारे ही पूर्वी उत्तर प्रदेश को आतंकवाद की नर्सरी बता दे । महंत विनयदास: आज अन्तर्रष्ट्रीय स्टार पर आतंकवाद का जो कहर बर्ष रहा है उसके मूल में लोग I.S.I की भूमिका को लगातार चिन्हित करते है । इस सन्दर्भ में कुछ कहें । मुद्राराक्षस : यह सिर्फ़ हिंदू प्रचार है । I.S.I ने जो कुछ किया है उसे सिर्फ़ आरूप के रूप में ही बताया जा रहा है। प्रमाद आज तक कोई नही दिया गया। I.S.I से ज्यादा भयानक भूमिका इस्राइल के मोशाद की है । जिसने सीधा संपर्क विश्व हिंदू परिषद् से बनाया हुआ है, किंतु इस पर कभी कोई चर्चा नही करता । महंत विनयदास: अभिनव भारत ,सरस्वती शिशु मन्दिर ,बजरंग दल अगर आज आतंकवादी संगठन है तो क्यासिमी,मकतब और मदसे आतंकवाद की जुंनानी नही है ?यदि दोनों की भूमिका एक सी है तो एक दूसरे से शिकायत क्यों ?मुद्रराक्षस: वैसे तो यह सच ख़ुद एक ऐतेहासिक विद्रूप है । हिंदू आतंकवाद को लेकर मैं लगातार लिखता रहा हूँ और यह भी लिखा है की जिसे मुसलमानों का विस्फोट माना जा रहा है ,उनके पीछे हिंदू संगठन ही है । आज ख़ुद सरकार को भी यह अनुभव हो रहा है । सिमी से ज्यादा खतरनाक बजरंग दल है । उसकी कारगुजारिया उङीसा और कर्नाटक ही नही सारे देश में देखी जाती रही है। आतंकवाद का सच में प्रकाशित
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