देहरादून। देशभर में पार्टी संविधान संशोधन के साथ ही उत्तराखंड को भी डी से सी श्रेणी में शामिल कर लिये जाने के बाद भाजपा के प्रदेश संगठन में एक महामंत्री, उपाध्यक्ष व चार प्रदेश स्तरीय मंत्री के साथ-साथ कार्यकारिणी में ८५ से अधिक लोगों को जगह दी जाएगी। देशभर में महिलाओं को ३३ फीसदी आरक्षण मिलने के कारण भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी में भी महिलाओं को अध्कि स्थान दिया जाएगा। अब तक भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बिशन सिंह चुपफाल की अधिकारिक घोषणा होने के बाद संगठन मे ५१ लोग ही कार्यकारिणी में शामिल है। जबकि अब इन्हें बढाकर ८५ से अध्कि किया जाएगा जिनमें एक महामंत्री, चार उपाध्यक्ष के साथ-साथ चार प्रदेश मंत्री बढाए जाएंगें। संगठन में मजबूत पदाध्किारियों की कमी से जूझ रही भाजपा को अब ऐसे ऊर्जावान कार्यकर्ताओं की जरूरत है जो मजबूती के साथ २०१२ के विधानसभा चुनाव में एक बार फिर सत्ता में भाजपा की सरकार को लाने में पुरजोर कोशिश कर सके। वर्तमान में संगठन स्तर पर प्रदेश महामंत्री धनसिंह रावत, सुरेश जोशी के साथ-साथ लाखी राम जोशी संगठन की कमान संभाले हुए हैं लेकिन अधिकतर ऊर्जावान कार्यकर्ता सरकार में शामिल हो जाने के कारण संगठन मजबूती के साथ कार्यकर्ताओं के बीच उत्साह पैदा नहीं कर पा रहा है। जबकि संगठन की सारी ताकत सरकार में शामिल हो गई है जिस कारण सरकार तो मजबूती के साथ प्रदेश में कार्य कर रही है लेकिन भाजपा संगठन कमजोर स्थिति के कारण कार्यकर्ताओं में उत्साह पैदा नहीं कर पा रहा है। जिसे देखते हुए संगठन में अब पार्टी संविधान के अनुसार नये कार्यकर्ताओं को भी जगह मिलनी तय मानी जा रही है। महिलाओं को तव्वजो देते हुए भाजपा संगठन में भी उन्हें जगह मिलनी तय मानी जा रही है। जिनमें उधमसिंहनगर की श्रीमती राजकुमारी के साथ-साथ कुसुम कंडवाल को भी प्रदेश स्तर की जिम्मेदारी दी जानी तय है। इसके अलावा संगठन में एक महामंत्री, चार उपाध्यक्ष को भी जिनमें कुछ विधायकों के भी शामिल होने की संभावनाएं बनी हुई हैं जिसे लेकर संगठन की अंतिम तैयारियां हो गई है। लोकसभा चुनाव की पांचों सींटें हारने के बाद संगठन में रहने वाले अधिकतर पदाधिकारी सरकार में शामिल हो गए है। जिस कारण संगठन पूरी तरह खाली हो गया है। ऐसे में भाजपा अब अपने ऊर्जावान कार्यकर्ताओं को पुनः संगठन में लाने पर लगभग तैयार हो गई है। इसके साथ ही प्रदेश के प्रभारी पद को लेकर भी दिल्ली में पूरा खाका तैयार कर लिया गया हैं और उत्तराखंड के प्रदेश प्रभारी कृष्ण मुरारी मोघे के इंदौर का मेयर बन जाने के कारण यह सीट भी पिछले काफी समय से खाली चल रही है। इस सीट पर काबिज होने के लिए हिमाचल के एक नेता के साथ-साथ उत्तर प्रदेश से भाजपा नेता कलराज मिश्र के भी उत्तराखंड प्रभारी बनने की चर्चाएं तेज हो गई हैं। वहीं भाजपा के सह प्रभारी डा. अनिल जैन भी प्रदेश प्रभारी बनने के लिये जोर आजमाईश में लगे हुए हैं। वैसे प्रदेश प्रभारी को लेकर फैसला भाजपा हाईकमान को करना है और प्रदेश का प्रभारी बाहरी व्यक्ति को ही बनाये जाने की परंपरा पार्टी संविधान में तय है। ऐसे में माना जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के भाजपा नेता कलराज मिश्र को उत्तराखंड के प्रदेश प्रभारी की कमान सौंपी जा सकती है। उनके अनुभवों का लाभ उत्तराखंड में होने वाले २०१२ के विधानसभा चुनाव में लेने के लिए पार्टी हाईकमान उन्हें उत्तराखंड का प्रभारी बना सकती है क्योंकि २०१२ के विधानसभा चुनाव को भाजपा पूरी मजबूती के साथ जीतने के लिये अभी से जुट गई है।
20.4.10
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