नक्सलियों ने फिर दिखाया सरकार का असली चेहरा
नक्सली एक बार फिर मार गए बाज़ी. जी हाँ आज ऐसा ही हुआ है. बिहार के लाखिसराए में कुछ दिन पहले हुए मुठभेड़ के बाद नक्सलियों ने ४ पोलिसे कर्मियों को अगवा कर लिया था, और उनकी जान के बदले नक्सलियों ने बिहार सरकार से अपने ४ साथियों को रिहा करने की मांग की थी, मियाद ख़त्म हो चुकी थी, पर केंद्र और बिहार सरकार की और से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई, पर हर वारदात के बाद अपना पलड़ा झड़ने वाले गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने इस बार भी पूरी जिम्मेदारी राज्य सरकार पर डाल दी. कल से हर न्यूज़ चैनल में दिखाया जा रहा है की अगवा जवानों के परिजनों का रोरोकर बुरा हाल है, पर आज सुबह जब एस.आई.अभय यादव की पत्नी अपने बच्चों के साथ नितीश कुमार के निवास गयी तो उसे बाहर ही खड़े रहना पड़ा, मतलब सी.एम. साहब के पास एक जवान की पत्नी को ढाढस बंधाने का भी समय नहीं मिला. अगर नक्सलियों ने नितीश कुमार के किसी परिवार के सदस्य को अगवा किया होता तो?......, शाम को खबर आई की एक अगवा पुलिस एस.आई.अभय यादव की हत्या कर दी गयी है, पर शायद इससे भी किसी नेता को फर्क नहीं पड़ता, यह नक्सलियों और हमारे जवानों की बीच की जंग नहीं बल्कि केंद्र और राज्य सरकार के बीच की जंग है , जिसमे शुरू से एस.पी. वी.के.चौबे और अब अभय यादव जैसे जवान शहीद होते आ रहे हैं.
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