बचत
रति ने अपना MBA पूरा करके जॉब करना शुरू कर दिया था.पुन से MBA फिर दिल्ली की MNC में जॉब इन सब बातो ने कँवलजीत का चैन ले लिया था! इतनी हाई प्रोफाइल लड़की के लिए लड़का मुश्किल तो नहीं होगा न ? पर ये कंवलजीत कोन है ? ये रति के डैड जी है और गवर्मेंट ऑफिस में है! आज कल लडको को TV के रिअलिटी शो में मटकाने का बड़ा शौक होता है! कोई सोफ्टवेअर इंजिनियर मिल जाये तो रति खुश रहेगी!! क्या सोफ्टवेअर इंजिनियर ने खुश रखने की डिग्री ली है या क्या सोफ्टवेअर इंजीनियरिंग की? अभी तक रति से किसी ने नहीं पूछा था माँ बाप की तरफ से हिन्दुस्तान में दिए जाने वाला सब से बड़ा सरप्राइज होता है.! हर लड़की को इसके लिए तयार रहना चाहिए! खेर !! बहुत ढूंढने के बाद उनके ऑफिस के दुसरे डिपार्टमेंट में काम करने वाले दलजीत मिले जिनका बेटा अपनी ५ स्टार होटल चलता था !कुंडली के साथ फोटोस का भी इमैलिकरण हुआ !! ये लाइन पद के थोडा सा मुह ताज्जुब से और खोल लीजिये की लड़का लड़की दोनों अभी कहानी से अनजान है! जिस तरह डेविड धवन के दर्शक उसकी फिल्म की कहानी से होते है ..!! कंवलजीत ने अपनी वाइफ के साथ गहन विचार विमर्श करके दलजीत को ऑफिस की केन्टीन में बुलाना चाहा,की परिवार केसा है ? कितना बड़ा है ?गोत्र क्या है? फिर उस बात पे डिस्कशन हुआ की फ्यूचर के भावी समधी जी को क्या खिलाया जाये!! रति के मम्मी ने तो इतना कह दिया की में भी चलती हु केन्टीन की रसोई में कुछ बना दूंगी और कह देंगे की रति ने बनाया है !! वेसे दोनों "जीत" कँवलजीत दलजीत केन्टीन में इसीलिए मिल रहे थे की घर पे बुला के बड़ा खर्चा करने से अच्छा है पहले केन्टीन का छोटा खर्चा कर दिया जाये ! पता चल जायेगा की घर के खर्चा लायक है या नहीं...!
केन्टीन में इडली खिलाना फिक्स हुआ क्योंकि केन्टीन का रसोइया साउथ इंडियन था और कोई "इदिवरम उदिवरम" जेसा नाम था!! उस साउथ इंडियन की बीवी उसके ही हेल्पर के साथ भाग गई थी ! ज्यादातर लोगो को इसका कारन उसकी बड़ी सी तोंद लगती थी! जो घोर काली थी और सर से ज्यादा बाल वाली थी! उस वरम वरम को ये भी नहीं पता था की बाल कहा ज्यादा होने चाहिए..!
कंवलजीत ने आधा घंटा पहले आके वरम वरम को समझा दिया था की मीटिंग क्यों हो रही है ..और उसके उप्पर इ इडली संभार के पेसे भी दे दिए थे उनके यहाँ चाय पानी के पेसे नहीं देते होंगे,इडली संभार के देते है! लंच टाइम में दोनों "जीत" कंवलजीत दलजीत बैठ के शादी के बारे में बाते कर रहे थे.! "वरम वरम" खुद इडली की दो प्लेट लाया! प्लेट्स साफ़ धूलि हुई चम्मच साफ़ चेहरे पे ४४० वोल्ट की स्माइल , बस दांत ज़रा से पीले थे! उनके यहाँ हाथ पीले करने की जगह दांत पीले करने की प्रथा होगी ! दोनों "जीत" जब शादी की बात करके उठे तो बात पेसे देने पे अटकी कँवल दलजीत पेसे देने के लिए आतुर हुए जा रहे थे! और वरम वरम देख के खुश हो रहा था और सोच रहा था की काश दोनों के पेसे मिल जाये ..आखिर में जीत दल जीत की हुई ..दोनों मुस्कुराते हुए बहार निकल गए ! बिल ६०\- का था! कंवलजीत ये सोच के सीना फुला रहे थे की बेटी की शादी में ६० रूपए का खर्चा बचा लिया..! और दलजीत सोच रहे थे की ये ६०\- तो में दहेज़ में कही भी जोड़ दूंगा ......
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6.9.10
Meri short story "BACHAT"
Labels: RJ NIKHIL ki kahani
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1 comment:
:) Gud one !!!!!!!!!!
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