Bhadas ब्लाग में पुराना कहा-सुना-लिखा कुछ खोजें.......................

14.12.10

संकल्प

हलाहल को पीकर के पलता रहूंगा

कफन बांध सिर पर मैं चलता रहूंगा
मेरी भी ज़रूरत पडेगी वतन को
उजाले की खातिर मैं जलता रहूंगा।

1 comment:

डॉ. मोनिका शर्मा said...

सार्थक संकल्प..... बहुत सुंदर....