आदरणीय महोदय
संस्कृत भाषा के जालजगत पर प्रसार में सहयोग देने हेतु आपका धन्यवाद ।
आपके समक्ष संस्कृतम्-भारतस्य जीवनम् पर इस माह प्रस्तुत किये गये लेखों की सूची प्रस्तुत कर रहा हूँ ।।
- 1-।। उपनिषदामृतम् ।।
- 2- एकं दृश्यं द्वौ विचारौ
- 3- श्रीमद्भगवद्गीता - शारदा महोदयया प्रेषिता: श्लोका...
- 4- ।। मूल्यम् ।।
- 5- सुभाषितानि - रामदास सोनी महोदयेन संकलितानि ।।
- 6- तत्र क: संशयः?
- 7- वर्षा कथं भवति - वेदेषु विज्ञानम् ।।
- 8- श्रीअयोध्यादर्शनं कारयन् एकं मधुरगीतम् - श्री अनिर...
- 9- पवनतनय स्तुति:
- 10- विश्व-संस्कृत-पुस्तकमेला
- 11- श्रीमद्भगवद्गीता- केचन् श्लोका: शारदा महोदयया प्र...
- 12- श्रीमद्भगवद्गीता- केचन् श्लोका: शारदा महोदयया प्र...
- 13- सोमरसविषये कानिचन् तत्वानि – वेदरहस्यम् हिन्दी...
- 14- मया अपि अद्य श्रीअयोध्यापरिक्रमा कृता अद्य प्र...
- 15- क्रोशस्य परिक्रमा समाप्ता , श्व: आरभ्य 5क्रोशी...
- 16- श्री अनिरूद्धमुनि पाण्डेतय 'आर्त' कृत श्रीहनुमत् व...
- 17- हरिभजनसिंह: नूतनं विश्वकीर्तिमानम् अकरोत् ।।
- 18- एकं सुचिन्तनम् ।।
- 19- भूतकालस्य वाक्यनिर्माणप्रक्रिया - संस्कृतलेखनप्...
- 20- ओबामादेशाटनम् ।।
- 21- घृते सूर्यमयूखे च पुष्टिदायकतत्वानि - वेदेषु विज्ञ...
- 22- यज्ञं चेत् हिंसा कथं ।। वेद विशिष्टम् ।।
- 23- ज्योतिपर्वं दीपमालिका.......... ।।
- 24- विश्वस्य प्राचीनतमं प्रमुखतमं च अन्वेषणम्
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- प्रिय बन्धु
- आप सबको बताते हुए बहुत ही हर्ष हो रहा है कि आपके संस्कृत जालसंग्राहक संस्कृतम्-भारतस्य जीवनम् पर इस माह अब तक के सब से अधिक संस्कृत के लेख प्रकाशित हुए हैं जो पूरे जालजगत पर संस्कृत के लेखों के 60 प्रतिशत की भागीदारी करता है ।
- आपको यह बताते हुए और भी अधिक हर्ष हो रहा है कि आपके संस्कृत जालसंग्राहक के दर्शकों की संख्या गूगल आंकडों के हिसाब से 260 प्रति दिन (औसतन) तथा चिट्ठाजगत के हिसाब से 905 (पृष्ठदृष्य) प्रति लेख हो गया है । एलेक्सा की रैंकिंग में आपके जालसंग्राहक को 793923 रैंकिंग प्राप्त हुई है । इससे संस्कृत भाषा का जालजगत पर प्रभाव स्पष्ट दिख रहा है ।
- यह आप सभी के अथक सहयोग से सम्भव हो सका है ।
- आगे भी आपका सहयोग यूँ ही बना रहेगा यह आशा है । संस्कृत को विश्वभाषा बनाने में अपना अमूल्य समय व सहयोग देने हेतु आपका धन्यवाद ।।
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- नतशीश- आनन्द पाण्डेय:
- संग्राहक प्रमुख:
- संस्कृतम्- भारतस्य जीवनम्
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