मानसून सत्र !
संसद में घिर आयें हैं टकराव के बादल
सुन विपक्ष का गर्जन ,सत्ता रही दहल
बनकर 'सुषमा' दामिनी कड़क -कड़क कर बोले
बिना मुंडाएं पड़ गए मनमोहन के सिर ओले .
शिखा कौशिक
अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
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