जीत गए अन्ना ! अब क्या करें !
हम तो अन्ना को देखने के आदि हो गए थे ,
अन्ना के अनशन तोड़ने से तो खुशी हुई है , पर अब उन्हें उतना नहीं देख पाएंगे इसका दुःख भी रहेगा.
गांव गांव में, शहरों में हर ब्लाक में हर कालोनी में, अन्ना संगर्ष समितियां बननी चाहिए,
योग वाले , रामदेव संघर्ष समिति बनायें .
भ्रष्ट नेताओं के खिलाफ , अच्छे लोग खड़े होने चाहिए , पर मुश्किल ये है की चुनावों में जो पैसा खर्च होता है , वो अच्छे आदमी के पास कहाँ से आएगा . इसलिए अच्छे व पैसे वालों को मुकाबले में उतरना चाहिए .
और ये समितियां उस व्यक्ति को सपोर्ट करें .
बिना संगठन , कोई बदलाव नहीं आता . आता है तो छनिक होता है .
1 comment:
sahee sujhaaw, dhanywaad!
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