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18.6.21

अहद प्रकाश जी की स्मृति पर मातृभाषा ने घोषित किए दो पुरस्कार

इंदौर। प्रसिद्ध बाल साहित्यकार एवं ग़ज़लकार अहद प्रकाश जी की स्मृति में मातृभाषा उन्नयन संस्थान ने दो सम्मान, 'अहद प्रकाश बाल साहित्य गौरव सम्मान' एवं 'अहद प्रकाश ग़ज़ल रत्न सम्मान', घोषित किए, जो प्रतिवर्ष एक बाल साहित्यकार एवं एक ग़ज़लकार को दिए जाएँगे। इन पुरस्कारों के लिए देशभर से प्रविष्टियाँ आमंत्रित की जाएँगी एवं चयन मण्डल द्वारा सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति का चयन कर, उन्हें समारोह में सम्मानित किया जाएगा।


बीते दिसम्बर माह में मातृभाषा उन्नयन संस्थान के संरक्षक अहद प्रकाश जी का निधन हो गया था, और आज उनकी जन्मजयंती है तो उनकी स्मृति को चिर स्थायी बनाने के उद्देश्य से संस्थान द्वारा इन पुरस्कारों की घोषणा की गई है। प्रतिवर्ष जून एवं दिसम्बर माह में क्रमश: 'अहद प्रकाश बाल साहित्य गौरव सम्मान' एवं 'अहद प्रकाश ग़ज़ल रत्न सम्मान' प्रदान किए जाएँगे।

संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' ने बताया कि 'अहद जी हिन्दी-उर्दू साहित्य के सर्व स्वीकार्य व्यक्तिव थे, धर्मवीर भारती जैसे सैंकड़ो संपादकों ने उनके सृजन को प्रकाशित किया है, उनका व्यक्तित्व एवं कृतित्व प्रेरणादायी है। उनकी स्मृतियों को चिर स्थायी बनाने के उद्देश्य से अहद प्रकाश जी के परिवार से उनकी धर्मपत्नी, दोनों बेटियाँ फ़ला एवं फ़रहा सहित उनके सुपुत्र ओसाब  की सहमति से दोनों सम्मान प्रदान किए जाएँगे।' डॉ. अर्पण जैन ने यह भी बताया कि 'अहद जी के सृजन को शोध, अध्ययन इत्यादि एवं जनमानस के पठन-पाठन के लिए सहज उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से संस्थान एक पुस्तकालय भी बनाएगा।'

इस वर्ष दोनों पुरस्कार दिसम्बर में प्रदान किये जाएँगे किन्तु आगामी वर्षों में एक पुरस्कार जून और दूसरा दिसम्बर में दिया जाएगा।

संस्थान के संरक्षक डॉ. वेदप्रताप वैदिक, राजकुमार कुम्भज सहित संस्थान की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. नीना जोशी, राष्ट्रीय सचिव गणतंत्र ओजस्वी, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष शिखा जैन, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य भावना शर्मा, नितेश गुप्ता, सपन जैन काकड़ीवाला सहित अहद प्रकाश जी के मित्र रामेश्वर टेलर, सरवत जैदी आदि ने हर्ष व्यक्त किया।


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