श्री श्री १०८ पं.सुरेश नीरव जी महाराज बकौल हरे प्रकाश उपाध्याय फफक-फफककर हँसते हैं-ने बाल ठाकरे की टिप्पणी पर यह काव्यात्मक प्रतिक्रिया व्यक्त की है, मुलाहिजा फरमाइए-
लाल बहादुर ब्रेव थे, लाल जवाहर लाल।
ठाकरे बतलाइए, आप कहां के बाल?
6.3.08
श्री श्री १०८ पं.सुरेश नीरव जी महाराज
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
4 comments:
जै हो पंडित नीरव कविराज.....
आपको लिंक भेज दिया आज....
अब आप भी बोल दीजिए.....
जय भड़ास
जय हो, जय हो
भड़ास जिंदाबाद
aur kahan ke ...baar kaa kargar baal...kaa ho bhaayaa....
ठाकरे जी बोलते हम हैं कांख के बाल
छोटकउना जो राज है ऊ है झांट का बाल
बक बक बक बक कर रहे करते रहे सवाल
अगर उखड़ भी जाएं तो होगा नहीं बवाल....
Post a Comment