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6.3.08

भड़ास की तरह प्रवीण ने तोड़ दी कमर

जिस तरह भड़ास ने मठाधीशों की कमर तोड़ दी ठीक उसी तरह यूपी द पुत्तर ने आस्टेलिया की तोड़ दी। कामनवेल्थ बैंक सीरीज के बेस्ट आफ थ्री फाइनल में टीम इंिडया ने आस्टेलिया को हराकर पहला और दूसरा फाइनल जीतकर सीरीज अपने नाम कर िलया। इसके बाद पूरे देश में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। जहां हम कुम्भकरण की तरह सोते थे, पर मैच देखने के िलए सुबह ही जग गए। अंततः टीम इंिडया के जुझारू प्रदर्शन की बदौलत आस्टेिलया को मुंह की खानी पड़ी। दूसरे फाइनल मैच में प्रवीण को मैन आफ द मैच तथा आस्टेिलया के नाथन ब्रेकन को मैन आफ द सीरीज अवाडॆ से नवाजा गया। प्रवीण ने िजस तरह से आस्टेिलया में िदग्गजों की मौजूदगी के बावजूद अपनी उप िस्थित दजॆ कराई है, वह कािबलेतारीफ है। फाइनल में प्रवीण के प्रदर्शन को सभी लोगों ने सराहा। प्रवीण के अलावा अगर िकसी िखलाड़ी ने प्रभावित िकया तो वे थे मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर, जिन्होंने दोनों फाइनल मैचों में शानदार बैटिंग की। पहले मैच में शतक तो दूसरे मैच में ९१ रन बनाकर उन्होंने अपने आलोचकों के मुंह पर ताला लगा दिया। फाइनल जीतने के बाद हरभजन सिंह और श्रीसंत के रिएक्शन देखने लायक थे। जहां हरभजन ने लगे रहो टीम इंडिया का नारा दिया वहीं श्रीसंत ने जय भारत माता दी, कहकर सबके िदल को छू िलया। वैसे हम बात कर रहे थे यूपी के होनहार खिलाड़ी प्रवीण कुमार की, जिन्होंने शुरुआत मेरठ ग्राउंड से की। जब मैं मेरठ में था, तब उसका नाम प्रकाश में आया, तब मुझे कतई अंदेशा नहीं था कि यही प्रवीण कुमार आज आस्टेिलया को चारों खाने िचत करने में हीरो बनेगा। कानपुर गया, तब भी रणजी मैचों के दौरान मेरी मुलाकात उससे हुई। एक बार होटल लैंडमाकॆ में हमारी मुलाकात हुई, तब मैं मो. कैफ का इंटरव्यू लेने गया था। प्रवीण कुमार के साथ ज्योति यादव व शिवाकांत भी थे। प्रवीण से बातचीत के दौरान मुझे अहसास हो गया िक एक िदन यह लड़का जरूर देश का नाम करेगा। बातचीत के दौरान ही उसने .बड़े भाई यशपाल जी का नाम िलया। बता दूं िक अगर प्रवीण कुमार को सबसे पहले किसी ने सराहा था, तो वे थे यशपालजी। अभी हाल ही में मेरठ में आयोिजत मीडिया टूनामेंट ( जो िक हर साल यशपाल जी आयोिजत करते हैं) में प्रवीण कुमार को होनहार खिलाड़ी का अवाडॆ भी िदया गया। हालांिक प्रवीण कुमार के आस्टेिलया में होने के चलते उनके बड़े भाई को अवाडॆ सौंपा गया।

1 comment:

डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava) said...

अरे बालक ,कुटिल दुर्बुद्धि निज कैरियर घालक;
हिन्दी का टूल साइड से प्राप्त करके जरा हमशक्ल होने का लाभ ले ले प्राणी....