---- चुटकी----
क्यों
थरूर,
कम हुआ
कुछ गरूर।
19.4.10
कम हुआ गरूर
Posted by गोविंद गोयल, श्रीगंगानगर
Labels: कम हुआ गरूर
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अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
---- चुटकी----
क्यों
थरूर,
कम हुआ
कुछ गरूर।
Posted by गोविंद गोयल, श्रीगंगानगर
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2 comments:
गरूर भी कम हो, शरूर भी कम हो,
गर इनमें थोड़ी शर्म हो, भारत और भारतीयता का कुछ मर्म हो |
देश के प्रति समझते अपना धर्म हों
तो इनसे कहो कुछ कर्म करो
हराम की खाने न कर्म करो |
गरूर भी कम हो, शरूर भी कम हो,
गर इनमें थोड़ी शर्म हो, भारत और भारतीयता का कुछ मर्म हो |
देश के प्रति समझते अपना धर्म हों
तो इनसे कहो कुछ कर्म करो
हराम की खाने का, न कर्म करो |
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