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7.4.10

उत्तर पूर्वी भारत को बचाना होगा...


नार्थ ईस्ट इंडिया नाम सुनने में काफी अच्छा लगता है। अगर हम इसे सेवन सिस्टर स्टेट कहते है तो और बेहतर लगता है। लेकिन अब समस्या यह है कि आने वाले समय में यह हिस्सा भारत का ना रहे तो...
बड़ा सवाल है हमारे लिए, समाज के लिए, देश के लिए और विश्व के लिए... आमतौर पर ऐसी खबरें सामने आती रही है, कि चीन ने उत्तर पूर्व के कुछ राज्यों के हिस्सों पर कब्जा करना शुरू कर दिया है। हालांकि मैं उस स्थान पर खुद नहीं गया हूं, लेकिन जो भी जानकारी मुझे है उसके आधार पर मैं यह सब कह रहा हूं। क्यों हो रहा ऐसा, क्यों सरकार इस गम्भीर मुद्दे पर शांत बैठी है ? इसका फायदा चीन उठा रहा है। दरअसल, वो इलाका काफी पिछड़ा है। वहां पर विकास की बहुत कमीं है। लोगों को बड़ी समस्या का सामना करना पड़ता है। उनका भला सरकार कर पाये.. ये शायद सम्भव नहीं है। क्योंकि उस क्षेत्र से महज 25 सांसद ही लोकसभा में पहुंच पाते है, जिनकी आवाज संसद में खो सी जाती है। वो अपने क्षेत्र के विकास के बारे में बात करने में सफल नहीं हो पाते है। आमतौर पर लोकसभा में लिए गये सभी फैसलों का आधार केन्द्र सरकार तय करती है। यदि सरकार नार्थ-ईस्ट स्थित राज्यों के विकास पर मेहनत करेगी तो उतना लाभ नहीं पहुंचेगा जितना देश के किसी अन्य हिस्से पर की गई मेहनत से पहुंचेगा।क्योंकि सरकार के पास काम करने के लिए महज पांच साल है, उसे अगले आने वाले पांच सालों में खुद की सरकार स्थापित करनी है। लिहाजा उत्तर-पूर्वी भारत पर विकास कर वो जोखिम नहीं ले सकती है। बस, इसी का फायदा चीन उठा रहा है। यहां की सरकारें उधर गौर नहीं कर रही है और चीन का वहां से ध्यान नहीं हट रहा है। चीन उस क्षेत्र के लोगों की मजबूरी समझ रहा है और वहां के लोगों की हर संभव सहायता कर रहा है। उसका फायदा चाईना को आने वाले कुछ समय में होगा, जब वहां के लोग चीन की नागरिकता पाने के लिए आवाजें उठाना शुरू करेंगे। फिर भारत के हाथ में कुछ नहीं बचेगा। ऐसे समय में भारत को चीन की शक्ति और इंटरनेशनल दबाव के आगे नार्थ-ईस्ट इंडिया या सेवन सिस्टर स्टेट को गंवाना पड़ेगा।
अत: हमें, हमारे समाज और हिन्दुस्तान को इस ओर बड़ी गम्भीरता से देखना चाहिये। अभी वक्त है हमारी सरकार ऐसे कदम उठा सकती है, जिससे भविष्य में हमें उन राज्यों को खोना ना पड़े। सरकार को वहां ठोस कदम उठाने होंगे, नहीं तो एक दिन हमें ये कहना पड़ेगा कि सेवन सिस्टर स्टेट हमारा हुआ करता था।
उत्तर पूर्वी भारत को बचाना होगा...

सूरज सिंह।

3 comments:

पी.एस .भाकुनी said...
This comment has been removed by the author.
पी.एस .भाकुनी said...

बिलकुल सही कहा आपने, इसमे कोई संदेह नहीं कि नाम भले ही अलग हो किन्तु भारत में भी तालिबान जन्म ले चुका है ,किसी से छुपा नहीं है ,समय रहते हम नहीं जागे तो शायद कभी नहीं जाग पायेंगे . आज सिर्फ उत्तर-पूर्व को बचाना है कल पूरा देश को बचाना होगा .

kunwarji's said...

"समय रहते हम नहीं जागे तो शायद कभी नहीं जाग पायेंगे ."

bilkul jaayaj si baat hai ji...

kunwar ji,