बुंदेलखंड पॅकेज से बन रहे लिपरी जलाशय में भ्रष्टाचार
अखिलेश उपाध्याय
पन्ना जिले के शाहनगर ब्लाक में बुंदेलखंड पॅकेज की राशी से निर्मादाधीन लिपरी जलाशय में जल संसाधन विभाग पन्ना के प्रभारी ईन्जिनियरो द्वारा गंभीर किस्म की भारी पैमाने पर अनियमितताए कर शासन की राशी का गबन किया जा रहा है. यदि इसकी जाँच हुई तो भ्रष्टाचार का खुलासा अवश्य होगा.
जल संसाधन विभाग जिला पन्ना द्वारा शाहनगर तहसील में बुंदेलखंड पॅकेज की राशी से लिपरी जलाशय का निर्माण कराया जा रहा है. इस निर्माण कार्य में प्रभारी ईन्जीनियर गंभीर किस्म की बड़े पैमाने पर भारी अनियमितताए एवं भ्रष्टाचार कर रहे है. पिछले दिनों जब बुंदेलखंड निगरानी समिति के सदस्यों ने स्थल पर जाँच की तो निम्न विसंगतिय सामने आयी -
(1) सबसे पहले तो कार्यस्थल पर बोर्ड नहीं लगा है जिसमे कार्य की लागत और ठेकेदार का नाम लिखा होता है.
(2) नाला क्लोजर जैसे महत्वपूर्ण कार्य की पडल निर्धारित गहराई तक न तो खोदी गई है और न हीं मापदंड अनुरूप भरी गई है.
(3) बाँध निर्माण के लिए आधा-आधा क्विंटल के बड़े-बड़े ढेला ट्रको से भरकर एक से डेढ़ मीटर ऊचे टीले नुमा आकार में मिटटी डाली गई है जिस पर न तो काम्पेक्शन किया गया और न ही वाटरिंग की गई है. बरसात के बाद बांध में रिसाव होना तय है, नाले नुमा रेन कट्स होगे एवं बांध बड़ी- बड़ी दरारों में फट जाएगा.
(4) बांध का फ़िल्टर मटेरियल घटिया किस्म का तथा अनुपातहीन माप में डाला गया है. ठेकेदार को महानदी की रेत का पैसा भुगतान कर दिया है जबकि मौके पर लोकल नाले की रेत डाली गयी है.
(5) बाँध के दाए पार्श्व का ठेकेदार मेसर्स त्रिसूल कंस्ट्रक्शन जबलपुर है. उपयंत्री विकास पालीवाल ने ठेकेदार से मिलकर बाँध में आर डी 1030 मीटर से आर डी 1130 मीटर के मध्य बाँध निर्माण में मिट्टी की जगह पत्थर एवं रेतीली मिट्टी भरवा दी है.
(6) बाध निर्माण के लिए मिटटी को ट्रको से भरकर 1 .5 मीटर ऊचे ढेर लगाए गए है जिसमे बड़े-बड़े ढेले बिना वाटरिंग तथा कम्पेक्शन किये समतल कर दिए गए जबकि नियमानुसार 15 सेंटीमीटर ऊची परतो में मिट्टी को बिछाकर वाटरिंग एवं कम्पेक्शन करना था जो नहीं किया गया. जबकि क्षेत्रीय जनता का कहना है की कम्पेक्शन के लिए विद्युत् यांत्रिकी विभाग सतना से आया डीजल उपयंत्री ने ठेकेदार को बेच दिया तथा फर्जी लाग बुक भर दी गयी
(7) बांध का फ़िल्टर अनुपातहीन माप में डाला गया तथा रेत की क्वालिटी घटिया किस्म की है. ठेकेदार को महानदी के रेत का पैसा भुगतान कर दिया जबकि मौके पर लोकल नाले की रेत डाली गयी है.
(8) बाँध के स्पील चेनल की खुदाई में हजारो घनमीटर पत्थर निकला जिसका माप उपयंत्री ने मिटटी मानकर ठेकेदार को भुगतान करा दिया. ठेकेदार ने बोल्डरटो एवं टो वाल का निर्माण इसी पत्थर से किया है तथा हजारो घनमीटर पत्थर पिचिंग कार्य के लिए एकत्रित कर लिए है. इतना ही नहीं हजारो घनमीटर पत्थर बाए पार्श्व के ठेकेदार को पिचिंग एवं टो वाल निर्माण के लिए बेच दिया है इस गोरखधंधे का फायदा उपयंत्री विकास पालीवाल ने ठेकेदार से मिली भगत कर उठाया तथा लाखो रुपयों का चूना शासन को लगाया है.
(9) बांध के स्पील चैनल की खुदाई से निकली हजारो घनमीटर मिट्टी उपयंत्री विकास पालीवाल ने स्पील चैनल के बगल से लगे मढ़ा देवरी एवं सैदा गाँव जिला कटनी के हरिजन आदिवासी किसानो के खेतो में फिकवा दी है और किसानो को मुआवजा भी नहीं दिलाया गया है. किसान पिछले एक साल से फसल नहीं उगा पाए तथा फसल न होने से उन्हें राजस्व विभाग द्वारा इस वर्ष पड़े पाला का मुआवजा भी नहीं मिल पाया है. यहाँ के किसान दर-दर की ठोकरे खा रहे है.
उपरोक्त बिन्दुवार भ्रष्टाचार एवं अनियमितताओं की देश एवं प्रदेश हित में उच्च स्तरीय जाँच कराई जावे
शाहनगर से मदन तिवारी के साथ अखिलेश उपाध्याय
मोबाईल नंबर - 0 9407001528 , 08085779436
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